केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने पनडुब्बी से जुड़ी गोपनीय जानकारी लीक करने के मामले में एक नेवी कमांडर और दो रिटायर नेवी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। साथ ही दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने यह कार्रवाई किलो-क्लास पनडुब्बी की ख़ुफ़िया जानकारी लीक करने के मामले में की है।
सूत्रों के अनुसार इस मामले में अभी और लोगों के गिरफ्तार होने की संभावना है। हालांकि अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है कि इसमें किसी विदेशी एजेंसी का हाथ है या नहीं। इस मामले में नौसेना ने बयान जारी कर कहा है कि प्रशासनिक और वाणिज्यिक जानकारियों के लीक होने की जांच की बात सामने आई है और इस मामले में एक केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच की जा रही है। भारतीय नौसेना इस जांच में पूरी सहयोग कर रही है और साथ ही नौसेना द्वारा एक आंतरिक जांच भी की जा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के सूत्रों के अनुसार पिछले महीने जानकारी लीक होने का मामला नौसेना अधिकारियों के सामने आने के बाद वाइस एडमिरल और रियर एडमिरल के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई थी और आंतरिक जांच शुरू की गई थी। साथ ही भविष्य में ऐसी घटना को रोकने के तरीकों को खोजने का आदेश दिया गया था।
किलो क्लास पनडुब्बी से जुडी ख़ुफ़िया जानकारी लीक करने के मामले में सीबीआई ने मुंबई में तैनात नेवी कमांडर को गिरफ्तार किया है। साथ ही सीबीआई कई नेवी अधिकारियों से भी पूछताछ कर रही है जो गिरफ्तार अधिकारी के संपर्क में थे। जांच एजेंसी इस मामले में तीनों सेनाओं के रिटायर अधिकारियों पर नजर बनाए हुई है। जांच एजेंसी को इससे संबंधित कई इनपुट भी मिले हैं। जिसके वजह से और भी गिरफ्तारियां हो सकती है।
केंद्रीय जांच एजेंसी गिरफ्तार नेवी अधिकारी द्वारा अपने कार्यकाल में इस्तेमाल किए गए हार्डवेयर और आंकड़ों की भी जांच कर रही है। जांच एजेंसी ने इस मामले में दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद सहित करीब 19 स्थानों पर छापेमारी की। जहां से महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए।