केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एक साइबर हैकर को कथित तौर पर गलत सॉफ्टवेयर को चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसमें उसने दिल्ली जल बोर्ड (DJB) के बकाया भुगतान के बहाने लोगों को अपने फोन में गलत सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने के लिए प्रेरित किया। इससे उसे अपने टारगेटेड व्हाट्सएप अकाउंट और फाइनेंशियल डेटा तक पहुंच मिल गई। आरोपी की पहचान बिहार के पटना निवासी बिट्टू कुमार के रूप में हुई है।

जानें कैसे हैक करता था फोन

17 अप्रैल को एक पीड़ित द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। शिकायत में आरोप लगाया था कि अज्ञात व्यक्तियों ने डीजेबी के साथ पानी के कनेक्शन के मुद्दे को हल करने की आड़ में उसे मैलवेयर/एपीके फ़ाइल (एंड्रॉइड पैकेज फ़ाइल) इंस्टॉल करने के लिए मनाकर अवैध रूप से उसके मोबाइल फोन तक पहुंच बनाई। सीबीआई की जांच से पता चला कि आरोपी ने कथित तौर पर असली दिखने और बेखबर पीड़ितों का विश्वास जीतने के लिए डीजेबी लोगो का इस्तेमाल किया। इसके बाद उसने उन्हें मैलवेयर इंस्टॉल करने के लिए राजी किया, जिससे उनके व्हाट्सएप अकाउंट, वित्तीय डेटा और अन्य मोबाइल जानकारी तक पहुंच मिल गई।

इसके बाद हैक किए गए व्हाट्सएप अकाउंट का इस्तेमाल दुर्भावनापूर्ण लिंक फैलाने के लिए किया गया, जिससे घोटाले का दायरा और बढ़ गया। एक अधिकारी ने कहा, “जब कोई यूजर दुर्भावनापूर्ण कोड युक्त APK इंस्टॉल करता है, तो यह उसके डिवाइस पर मौजूद संवेदनशील जानकारी तक अनधिकृत पहुंच प्रदान करता है। यह मैलवेयर कीस्ट्रोक्स रिकॉर्ड करके, स्क्रीनशॉट कैप्चर करके या एसएमएस संदेशों को इंटरसेप्ट करके बैंकिंग क्रेडेंशियल, क्रेडिट कार्ड नंबर या ऑनलाइन भुगतान जानकारी जैसे डेटा चुरा लेता है।”

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मैलवेयर (गलत सॉफ्टवेयर) मोबाइल बैंकिंग ऐप तक भी पहुंच सकता है, जिससे संदिग्ध व्यक्ति अनधिकृत लेनदेन करने में सक्षम हो जाता है। सीबीआई ने 15 अप्रैल को मामला दर्ज किया और एक टीम ने पटना में छापा मारा, जहां आरोपी को पेट्रोल पंप पर डेबिट कार्ड स्वैप करने का प्रयास करते समय गिरफ्तार किया गया। सूत्रों ने कहा कि एजेंसी उसके लेनदेन की निगरानी कर रही थी।

आरोपी के पास से बरामद हुए 11 मोबाइल फोन

सीबीआई को 11 मोबाइल फोन, अन्य खाताधारकों के 14 डेबिट कार्ड, नकदी और एक नोट वेंडिंग मशीन सहित आपत्तिजनक सामग्री भी मिली। आरोपी को पटना की एक अदालत में पेश किया गया, जिसने सीबीआई को उसे दिल्ली लाने के लिए चार दिन की ट्रांजिट रिमांड दी। एक अधिकारी ने कहा कि सीबीआई पूरी कार्रवाई का पता लगाने और संभावित सहयोगियों की पहचान करने के लिए काम कर रही है।