केंद्र सरकार ने बुधवार को फैसला किया कि आगामी जनगणना में जातिगत गणना को पारदर्शी तरीके से शामिल किया जाएगा। राजनीतिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा लिए गए निर्णयों की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जनगणना केंद्र के अधिकार क्षेत्र में आती है लेकिन कुछ राज्यों ने सर्वे के नाम पर जाति गणना की है। इस बीच तमाम नेताओं और राजनीतिक दलों ने इस मुद्दे पर अपनी-अपनी राय रखी है। केंद्र सरकार के जाति जनगणना के ऐलान के बाद कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी आज शाम 7 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने केंद्रीय कैबिनेट के फैसले पर कहा, “यह हमारी 30 साल पुरानी मांग थी। यह हमारी, समाजवादियों और लालू यादव की जीत है। इससे पहले बिहार के सभी दलों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी लेकिन उन्होंने हमारी मांग को अस्वीकार कर दिया। कई मंत्रियों ने इससे इनकार किया लेकिन यह हमारी ताकत है कि उन्हें हमारे एजेंडे पर काम करना है।”
कांग्रेस ने जाति जनगणना को बताया अपनी जीत
कांग्रेस ने अगली जनगणना में जातिगत गणना कराए जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर बुधवार को कहा कि देर आए, दुरुस्त आए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बीते नौ अप्रैल को कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन में पारित उस प्रस्ताव का हवाला दिया कि जिसमें जाति जनगणना की पैरवी करते हुए कहा गया था कि सामाजिक न्याय की बुनियाद को और सशक्त बनाने के लिए यह जरूरी है।
राष्ट्रीय जनगणना में जाति जनगणना के आंकड़ों को शामिल करने पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, “मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। राष्ट्रीय जनगणना में जाति जनगणना के आंकड़ों को शामिल करने पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, “मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। यह कांग्रेस की जीत है। आखिरकार मोदी सरकार को जाति जनगणना करानी पड़ रही है।”
जाति जनगणना पर कांग्रेस सांसद चमाला किरण कुमार रेड्डी ने कहा, “यह पहल तेलंगाना राज्य से आई है, जिसने हाल ही में जाति जनगणना की है। भारत जोड़ो यात्रा करने वाले राहुल गांधी ने जाति जनगणना की जरूरत को महसूस किया। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, “हम इस फैसले का स्वागत करते हैं क्योंकि यह हमारी लंबे समय से मांग थी। इसके पीछे बिहार चुनाव ही एकमात्र मकसद होना चाहिए।”
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जाति जनगणना पर क्या बोले BJP नेता
वहीं, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने ‘एक्स’ पर लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति ने फैसला किया है कि आगामी जनगणना में जाति गणना को भी शामिल किया जाना चाहिए। इससे पता चलता है कि मौजूदा सरकार सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
बीजेपी सरकार में मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि देशहित में अहम फैसला लिया गया। वहीं, राष्ट्रीय जनगणना में जाति जनगणना को शामिल करने पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, “मैं नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद और बधाई देता हूं जिन्होंने राष्ट्रीय जनगणना में जाति जनगणना को शामिल करने का फैसला किया है।”
अश्विनी वैष्णव ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने राजनीतिक कारणों से जाति आधारित सर्वे कराया
अश्विनी वैष्णव ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों ने राजनीतिक कारणों से जाति आधारित सर्वे कराया गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का संकल्प है कि आगामी अखिल भारतीय जनगणना प्रक्रिया में जातिगत गणना को पारदर्शी तरीके से शामिल किया जाएगा। भारत में प्रत्येक 10 साल में होने वाली जनगणना अप्रैल 2020 में शुरू होनी थी लेकिन कोविड महामारी के कारण इसमें देरी हुई।
कांग्रेस सरकारों ने हमेशा जाति जनगणना का विरोध किया- अश्विनी वैष्णव
राष्ट्रीय जनगणना में जाति जनगणना को शामिल करने पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “कांग्रेस सरकारों ने हमेशा जाति जनगणना का विरोध किया है। 2010 में दिवंगत डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि जाति जनगणना के मामले पर कैबिनेट में विचार किया जाना चाहिए। इस विषय पर विचार करने के लिए मंत्रियों का एक समूह बनाया गया था। अधिकांश राजनीतिक दलों ने जाति जनगणना की सिफारिश की है। इसके बावजूद, कांग्रेस सरकार ने जाति का सर्वेक्षण या जाति जनगणना कराने का फैसला किया। यह अच्छी तरह से समझा जा सकता है कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने जाति जनगणना को केवल एक राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है।”
वैष्णव ने आगे कहा, “कुछ राज्यों ने जातियों की गणना के लिए सर्वेक्षण किए हैं। जबकि कुछ राज्यों ने यह अच्छा किया है, कुछ अन्य ने केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से गैर-पारदर्शी तरीके से ऐसे सर्वेक्षण किए हैं। ऐसे सर्वेक्षणों ने समाज में संदेह पैदा किया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि राजनीति से हमारा सामाजिक ताना-बाना खराब न हो, सर्वेक्षण के बजाय जाति गणना को जनगणना में शामिल किया जाना चाहिए।” पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स