दिल्ली में रविवार को नए मामलों की संख्या और संक्रमण दर दोनों में थोड़ी कमी दर्ज हुई। हालांकि आंकड़ा अभी भी ज्यादा ही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को जारी रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण के 18,286 नए मामले सामने आए और 28 रोगियों की मौत हो गई जबकि संक्रमण दर 27.87 फीसद रही। दिल्ली के अस्पतालों में इस समय कुल 2,711 कोविड मरीज भर्ती हैं जिनमें से 123 वेंटिलेटर पर हैं। दिल्ली में कोविड-19 के वर्तमान में 89,819 उपचाराधीन मामले हैं, जिनमें से 68,411 मरीज एकांतवास में हैं।

गाजियाबाद में 2,103 नोएडा में 1,498 मरीज

गाजियाबाद में कोरोना संक्रमण खतरनाक रूप लेता जा रहा है। बीते चौबीस घंटों में 2,103 नए मामले सामने आए हैं। 1,698 संक्रमितों ने कोरोना को मात भी दी है। फिलहाल जिले में कोरोना संक्रमण के 11,211 मरीजों का अस्पतालों और गृह एकांतवास में उपचार चल रहा है। गौतमबुद्ध नगर में रविवार सुबह जारी रिपोर्ट में 1,498 संक्रमित मिले। बीते दिन 1,569 मरीजों को स्वस्थ होने पर घर भेजा गया। जिले में कुल 12,705 सक्रिय मरीजों का विभिन्न अस्पतालों और गृह एकांतवास में इलाज चल रहा है।

जेलों में कुल 99 कैदी और 88 कर्मचारी संक्रमित

दिल्ली की जेलों में कुल 99 कैदी और 88 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि आंकड़ों के अनुसार 14 जनवरी तक 99 कैदी कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं। इनमें से 17 कैदी संक्रमण से उबर चुके हैं और 82 का इलाज चल रहा है। संक्रमित पाए गए 88 कर्मचारियों में से 14 संक्रमण से उबर चुके हैं और 74 का इलाज चल रहा है। महानिदेशक (दिल्ली कारागार) संदीप गोयल ने कहा कि अब तक कोई गंभीर मामला सामने नहीं आया है। ज्यादातर रोगियों का इलाज हमारी जेल के चिकित्सक कर रहे हैं।

दिल्ली सरकार ने कोरोना जांच घटाई : कांग्रेस

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण और मौत की खतरनाक संख्या को छिपाने के लिए दिल्ली सरकार ने पिछले दो दिनों में कोविड -19 परीक्षण को एक तिहाई से कम कर दिया है, जो खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि बिना जांच के संक्रमण अंदर ही अंदर समाज में फैल रहा है। कुमार ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने लोगों के बीच कोरोना परीक्षण में जानबूझकर कमी करके आंकड़ों में सुस्ती पैदा कर रहे हैं।

जिस वजह से संक्रमित मरीज अनजाने में बीमारी को और ज्यादा फैलाने के लिए स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं, क्योंकि परीक्षण किए गए नमूनों में से 95 फीसद तेजी से फैलने वाले ओमीक्रान संस्करण के मामले हैं। कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि सरकार के पास प्रति दिन 3 लाख तक कोविड परीक्षण करने की क्षमता है, फिर भी शनिवार को केवल 67,000 परीक्षण आयोजित किए गए थे, नतीजतन तेज गति से 30.64 फीसद की संक्रमण दर के रूप में 20,714 संक्रमण मामले सामने आए।