भीमा कोरेगांव मामले में मुख्य आरोपी और हिंदूवादी नेता मिलिंद एकबोटे द्वारा हाल ही में दिए गए बयान से कथित तौर पर दो समुदायों के बीच वैमनस्यता को प्रोत्साहन देने के आरोप में उन पर एक मामला दर्ज किया गया है। पुणे पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मराठा सेवा संघ, संभाजी ब्रिगेड के नेता सतीश काले ने पुणे के कोंढवा पुलिस थाने में एकबोटे के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि ‘समस्त हिंदू आघाडी’ संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष एकबोटे ने कोंढवा में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए एक धार्मिक स्थल के निर्माण का विरोध किया और दो समुदायों के बीच वैमनस्यता बढ़ाने वाले आपत्तिजनक बयान दिए। पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिकायत के आधार पर एकबोटे के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया।
आपको बता दूं कि भीमा कोरेगांव के मामले में पुलिस ने देश के अलग-अलग हिस्सों से गौतम नवलखा, वरवरा राव, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा और वरनोन गोंजालवेस, रोना विल्सन समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालाँकि वरवरा राव को मुंबई हाईकोर्ट से बेल मिल गयी है।
पुणे पुलिस के अनुसार 31 दिसंबर 2017 को पुणे में यलगार परिषद की सभा के बाद भीमा-कोरेगांव युद्ध स्मारक पर जातीय हिंसा भड़क गई थी। शुरुआत में इस मामले की जांच पुणे पुलिस कर रही थी लेकिन अब यह मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधीन है।
(भाषा इनपुट्स के साथ)