भारत में कार और दोपहिया वाहनों की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है। वाहनों की बिक्री में यह तेजी बीते दो साल में सबसे ज्यादा है। वाहनों की बिक्री में तेजी का कारण देश के ग्रामीण इलाकों में वाहनों की बढ़ी डिमांड को बताया जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक सितंबर माह में 2,93,000 यात्री वाहनों की बिक्री हुई है, जो कि बीते साल के मुकाबले 31 फीसदी ज्यादा है। वहीं इसी साल अगस्त के मुकाबले यह तेजी 25 फीसदी ज्यादा है।

मारुति सुजुकी को इस तेजी का जबरदस्त फायदा मिला है और कंपनी की बिक्री में 33 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं टाटा मोटर्स और किया मोटर्स की बिक्री में क्रमशः 162 फीसदी और 141 फीसदी की सबसे तेज ग्रोथ देखी गई है। माना जा रहा है कि दोनों कंपनियों को कम कीमत में नए मॉडल लॉन्च करने का फायदा मिला है।

किया मोटर्स ने अपनी नए मॉडल सोनेट्स की लॉन्चिंग के पहले महीने में ही 9266 गाड़ियां बेची हैं। हुंडई मोटर्स को भी अपनी एसयूवी गाड़ियों क्रेटा और वेन्यू की बिक्री में तेजी का फायदा मिला है और कंपनी ने 23 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है।

हालांकि बिक्री के बावजूद चीनी मोटर कंपनी एमजी मोटर्स को सितंबर माह में बिक्री में गिराटव झेलनी पड़ी है। एमजी मोटर्स की बिक्री में बीते साल के मुकाबले 2.72 फीसदी की गिरावट आयी है। दोपहिया वाहन कंपनी की बात करें तो बजाज ऑटोमोबाइल कंपनी की बिक्री में सितंबर माह में बीते साल के मुकाबले 10 फीसदी का उछाल आया है।

बजाज के अलावा टीवीएस मोटर कंपनी और सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया की बिक्री में भी सुधार हुआ है। साथ ही हीरो कंपनी और होंडा के दोपहिया वाहनों की बिक्री में उछाल देखा गया है।

माना जा रहा है कि वाहनों की इस बिक्री में तेजी के पीछे का कारण लोगों में कोरोना संक्रमण का डर हो सकता है, जिसके चलते लोग सार्वजनिक वाहनों में सफर करने के बजाय अपने निजी वाहन से सफर करना ज्यादा सुरक्षित मान रहे हैं। इसके अलावा ऑटो मोबाइल कंपनियों द्वारा विभिन्न छूट देकर भी ग्राहकों को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है। आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए अभी ऑटो मोबाइल सेक्टर की बिक्री में तेजी की उम्मीद की जा रही है।