कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोप लगाए थे। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच के बाद राजनयिक विवाद पैदा हो गया है। हालांकि, भारत ने इन आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया था। इस बीच जानकारी सामने आई है कि ट्रूडो के भारत आने से पहले कनाडा की NSA ने दो बार भारत की यात्रा की थी।

इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि खालिस्तान अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के संबंध के बारे में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोप से पहले, देश के राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सलाहकार जोडी थॉमस ने पिछले महीने में दो बार भारत की यात्रा की थी। थॉमस अगस्त में आयीं और एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात की, एक बैठक में खुफिया विभागों के शीर्ष अधिकारी भी शामिल हुए।

जी20 शिखर सम्मेलन में ट्रूडो के साथ भारत आई थीं कनाडा की एनएसए

वह सितंबर में नई दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में ट्रूडो के साथ भी आई थीं और इस मौके पर उन्होंने डोभाल के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों द्वारा निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंटों की संलिप्तता के आरोपों पर भारतीय एजेंसियों से सहयोग मांगने के मुद्दे पर चर्चा की। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान जस्टिन ट्रूडो ने संभावित लिंक का मुद्दा भी उठाया था जिसे खारिज कर दिया गया था।

भारत-कनाडा विवाद

वहीं, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि उनके देश ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता के बारे में विश्वसनीय आरोपों के सबूत भारत के साथ कई हफ्ते पहले साझा किए थे। उन्होंने कहा कि कनाडा चाहता है कि भारत इस गंभीर मसले पर तथ्यों की तह तक जाने के लिए ओटावा के साथ प्रतिबद्धता के साथ काम करे।

गौरतलब है कि ट्रूडो ने ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी अलगाववादी नेता निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता का आरोप लगाया है जिससे कनाडा और भारत के बीच कूटनीतिक विवाद शुरू हो गया है। भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था। भारत ने इन आरोपों को बेतुका और प्रेरित कहकर आक्रामक रूप से खारिज कर दिया और इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित किए जाने के बदले में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया।