महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि कैबिनेट विस्तार सितंबर के अंत से पहले होने की संभावना है। कैबिनेट विस्तार काफी समय से रुका हुआ है और कई विधायक मंत्री बनने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
भाजपा सूत्रों के अनुसार 14 कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी हैं। इसमें से 105 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सात सीटें भाजपा को, चार एनसीपी को और तीन सीटें शिवसेना को दी जाएंगी। एनसीपी को एक अतिरिक्त सीट मिलेगी क्योंकि फिलहाल कैबिनेट में उसके सिर्फ 9 सदस्य हैं।
विदर्भ में कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ भाजपा और शिवसेना के कई नेता कैबिनेट में जगह पाने पर नजर बनाए हुए हैं। भाजपा की ओर से जलगांव जामोद से संजय कुटे और नागपुर पूर्व से कृष्णा खोपड़े, हिंगना विधायक समीर मेघे और अकोला पूर्व से रणधीर सावरकर जैसे वरिष्ठ विधायकों के नाम चर्चा में हैं। TOI ने सूत्रों के हवाले से लिखा कहा कि प्रवीण दटके और पूर्व मंत्री परिणय फुके सहित कई एमएलसी के नाम भी चर्चा में हैं।
वहीं शिंदे खेमे से बुलढाणा विधायक संजय गायकवाड़ और मेहकर विधायक संजय रायमुलकर के साथ रामटेक विधायक आशीष जयसवाल के नाम सबसे आगे हैं। एनसीपी से पूर्व मंत्री राजेंद्र शिंगणे को मौका मिल सकता है। निर्दलीय उम्मीदवारों में अचलपुर विधायक बच्चू कडू को चुना जा सकता है, क्योंकि वह महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में स्कूली शिक्षा राज्य मंत्री भी थे।
बडनेरा विधायक रवि राणा, भंडारा विधायक नरेंद्र भोंडेकर, चंद्रपुर विधायक किशोर जोर्गेवार भी मंत्री पद की दावेदारी में हैं। सूत्रों ने कहा कि तीनों दलों को नए चेहरों का नाम देना मुश्किल होगा क्योंकि उन्हें जातिगत समीकरणों के साथ-साथ विभिन्न जिलों की मांग को भी ध्यान में रखना होगा।
बता दें कि जून 2022 में शिवसेना को तोड़कर एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। वहीं इसी वर्ष जुलाई में एनसीपी नेता अजित पवार भी सरकार में शामिल हो गए थे। उनके साथ एनसीपी के नौ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी।