Citizenship Amendment Bill/Act (CAB, CAA) Protest Today in Delhi, Aligarh, Assam News Updates: शिवसेना चीफ और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज नागपुर में कहा कि हमने लोकसभा में चर्चा के दौरान नागरिता संशोधन कानून पर सवाल पूछा था, लेकिन उसका जवाब नहीं दिया गया। ठाकरे ने कहा कि नागरिकता संशोधन एक्ट में स्पष्टता नहीं है।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने आज कोलकाता में कहा कि हम संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध तब तक जारी रखेंगे, जब तक ये वापस नहीं लिए जाते। ममता बनर्जी ने कहा कि यदि आप मेरी सरकार को बर्खास्त करना चाहते हैं तो कर सकते हैं, लेकिन मैं नागरिकता संशोधन कानून को बंगाल में लागू नहीं करने दूंगी। यदि वह इसे लागू करना चाहते हैं तो उन्हें मेरी लाश से गुजरकर ऐसा करना होगा।
भाजपा ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, आप विधायक अमानतुल्ला खान और अन्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस से शिकायत की है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को दी अपनी शिकायत में भाजपा नेताओं ने मनीष सिसोदिया और अमानतुल्ला खान पर जामिया में हुई हिंसा में शामिल रहने का आरोप लगाया है।
जामिया यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के खिलाफ यूपी के मऊ में भी आज हिंसा हुई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शहर के हाजीपुरा में इकट्ठा होकर उग्र विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कई वाहनों में आग लगा दी गई। पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को नियंत्रित किया। फिलहाल इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।
उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि वह नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली कांग्रेस और त्रिपुरा राज परिवार के वंशज प्रद्योत किशोर देव बर्मन की याचिकाओं पर 18 दिसंबर को सुनवाई करेगा। प्रधान न्यायाधीश एस. ए. बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि वह अन्य लंबित याचिकाओं के साथ इन याचिकाओं पर 18 दिसंबर को सुनवाई करेगा।
जामिया में हुई पुलिस हिंसा के खिलाफ मंगलवार को विपक्षी पार्टियों के नेता सोनिया गांधी के नेतृत्व में राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। येचुरी की याचिका के अलावा कई अन्य लोगों ने भी इस कानून के खिलाफ सर्वोच्च अदालत में याचिका दी है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे छात्रों पर रविवार की रात को की गई कथित पुलिस कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में सोमवार को एक जनहित याचिका दायर की गई। मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ के समक्ष याचिका का उल्लेख करते हुए इसे दिन में सूचीबद्ध करने की मांग की गई। हालांकि पीठ ने सोमवार को याचिका को सूचीबद्ध करने से इनकार करते हुए कहा कि "मामले को फौरन सुने जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।"
नोटिस में कहा गया, ‘‘ खबर है कि कथित तौर पर पुरुष पुलिस अधिकारियों ने महिला प्रदर्शनाकरियों को पीटा और यहां तक कि उनका यौन उत्पीड़न किया। यह भी आरोप है कि छात्राओं को पीटने से पहले बत्तियां बुझा दी गई ताकि सीसीटीवी में घटना रिकॉर्ड नहीं हो।’’ हालांकि, इस नोटिस में विशेष रूप से जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का उल्लेख नहीं किया गया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के नजदीक विरोध प्रदर्शन के दौरान महिला प्रदर्शनकारियों एवं पत्रकारों के खिलाफ पुलिस की कथित बर्बरता पर चिंता जताई। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने दिल्ली पुलिस के आयुक्त अमूल्य पटनायक को अलग से नोटिस भेज मामले में कार्रवाई रिपोर्ट तलब की है।
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रिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह और कोलिन गोन्जाल्विस के नेतृत्व में वकीलों के एक समूह ने मामले को अदालत के समक्ष उठाया और कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर की गई कथित हिंसा का स्वत: संज्ञान लेने की अपील की। पीठ ने कहा, ‘‘हम बस इतना चाहते हैं कि हिंसा बंद हो जानी चाहिए।" पीठ ने कहा, "अगर प्रदर्शन एवं हिंसा हुई और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया तो हम इस मामले को नहीं सुनेंगे।" इस पीठ में न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति सूर्य कांत भी शामिल थे। पीठ ने वकीलों से उनकी याचिकाएं दायर करने को कहा । साथ ही पीठ ने कहा कि वह कल इन पर सुनवाई करेगी।
उच्चतम न्यायालय उन याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई करने पर सहमत हो गया है जिनमें नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और यहां के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई के आरोप लगाए गए हैं। प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे की अगुवाई वाली एक पीठ ने कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और उपद्रव पर भी सोमवार को सख्त रूप अपनाया और कहा कि यह सब फौरन बंद होना चाहिए।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हो रहे हिंसक प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है। पीएम मोदी ने देश में शांति की अपील की है और हिंसक प्रदर्शन ना करने को कहा है। पीएम मोदी ने लिखा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जो हिंसक प्रदर्शन हो रहा है वह निंदनीय है।
वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह और कोलिन गोन्जाल्विस के नेतृत्व में वकीलों के एक समूह ने मामले को अदालत के समक्ष उठाया और कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर की गई कथित हिंसा का स्वत: संज्ञान लेने की अपील की। पीठ ने कहा, ‘‘हम बस इतना चाहते हैं कि हिंसा बंद हो जानी चाहिए।"
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि संशोधित नागरिकता कानून जैसे मुद्दों पर लोगों की भावनाओं को भंड़काना कांग्रेस की हताशा को दर्शाता है।
जामिया और एएमयू में बवाल के बाद अब लखनऊ में पुलिस और छात्रों के बीच झड़प शुरू हो चुकी है। लखनऊ के नदवा कॉलेज में छात्रों ने पुलिस पर पथराव किया। जिसके बाद पुलिस मामले को शांत कराने की कोशिश में जुटी है। पुलिस ने भी बाहर से पत्थरबाजी की है। इस कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन से प्रदेश के हालत लगातार बिगड़ते जा रहे हैं जिसके चलते पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है।
वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने कोर्ट में कहा- अलीगढ़ समेत पूरे देश मे शांतिपूर्वक विरोध कर रहे छात्रों पर कार्रवाई की जा रही है, उनके साथ हिंसा हो रही है। उन्हें कोर्ट की मदद है। आप संज्ञान लें. इस पर CJI ने कहा- हमें दिक्कत नहीं लेकिन जब हिंसा हो तो पुलिस क्या करे?
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जामिया हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई की जाएगी। सीजेआई ने कहा कि कल करेंगे सुनवाई, पुलिस पहले हिंसा रोके। कोर्ट ने कहा कि पब्लिक प्रॉपर्टि का नुकसान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी रहा। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क और रेल मार्ग बाधित करने की खबरे हैं। पूर्वी मिदनापुर और मुर्शिदाबाज जिलों में सुबह से ही प्रदर्शनकारियों ने रास्ते बंद कर दिए हैं, जिससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनों की वजह से कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं या विलंब से चल रही हैं। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सियालदह-डायमंड हार्बर और सियालदह-नमखाना सेक्टर में पटरियों को जाम कर दिया है।
शाम 6 बजे के आसपास सुखदेव विहार मेट्रो स्टेशन के पास स्थानीय लोगों और कुछ छात्रों की भीड़ जमा हो गई, जिससे पुलिस को स्टेशन के गेट बंद करने को कहा गया। शाम 6.15 बजे तक, सुखदेव विहार से जामिया मिलिया इस्लामिया स्टेशन, जो कैम्पस के ठीक बाहर स्थित है, को प्रदर्शनकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया। जामिया मिलिया स्टेशन के फाटक भी बंद कर दिए गए और ट्रेनें रुक गईं।
देश के कई हिस्सों में लोग हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली के जामिया नगर इलाके में प्रदर्शनकरियों ने तीन बसों में आग लगा दी। जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज करते हुए कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर भी लठियां बरसाईं ।