संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी की तरफ से बुलाए गए बंद में जनजीवन बाधित रहा। इस दौरान रेल और सड़क यातायात प्रभावित रहा। बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ हुई। राजद और कांग्रेस के नेताओं ने इनकम टैक्स चौराहे पर पटना हाई कोर्ट के जज की गाड़ी रोक की।
इस दौरान जज ने अपना परिचय दिया और पुलिस की तत्परता के बाद उन्हें वहां से जाने दिया गया। इनकम टैक्स चौराहे पर राजद कार्यकर्ताओं की पुलिस से भिडंत हुई। इसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को वहां से हटा दिया। यही नहीं आरजेडी के बंद को कवर कर रहे पत्रकारों पर भी हमला किया गया।
इस दौरान कुछ पत्रकार को गंभीर चोटें आईं और लहूलुहान भी हुए। कुछ पत्रकारों के कैमरों को तोड़ दिया गया। वहीं सिटी एसपी के मुताबिक उन्हें पत्रकारों पर हमले की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर किसी पत्रकार के साथ मारपीट की गई है तो वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रदर्शनकारियों ने भागलपुर, मुजफ्फरपुर और पटना के बाहरी इलाकों में बंद आहूत करने के लिए सड़कों पर चल रही टैक्सियों तथा ऑटो की खिड़कियों के शीशे तोड़ तोड़ दिए और साइकिल रिक्शा को क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं मुंगेर, भागलपुर, बेगूसराय, जहानाबाद और नवादा जैसे जिलों से भी बंद की वजह से सामान्य कारोबार और यातायात बाधित हुआ।
पटना में पार्टी के सैकड़ों समर्थक लाठियां और पार्टी के झंडे लेकर रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों में पहुंच गए, लेकिन पुलिसर्किमयों ने उन्हें वहां से हटा दिया। प्रदर्शन में बच्चे भी शामिल रहे। बता दें कि इस बंद को कांग्रेस के साथ-साथ राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) जैसे दल ने भी समर्थन दिया। गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया है कि राज्य में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे।