नागरिकता कानून संशोधन और एनआरसी को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने 21 दिसंबर को बिहार बंद बुलाया था। सुबह से पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बंद को सफल बनाने की पुरजोर कोशिश की। दिलचस्प बात यह रही कि राजद के बैनर और झंडे के अलावे प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज के साथ भी प्रदर्शन की। पुलिस के तैनाती के बावजूद कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की। पुलिस ने राजद जिलाध्यक्ष तिरुपति यादव समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

एसएसपी आशीष भारती ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। मुख्य सड़क पर स्थित बैंकों का कामकाज भी प्रभावित हुआ। प्रदर्शनारियों ने तिरंगा लेकर हिंदुस्तान जिंदाबाद और अमित शाह मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान लोगों को यातायात की भी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

शुक्रवार को रिहर्सल के तौर पर भागलपुर समेत पूरे बिहार में सड़कों पर मशाल जुलूस निकाला गया। राजद नेताओं , कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने हाथों में जलती मशाल ले शहर की मुख्य सड़कों पर सीएए के खिलाफ नारे लगाए और बिहार बंद को सफल बनाने की अपील की।

नागरिकता एक्ट के संशोधन के खिलाफ गुरुवार को वामपंथियों ने भी नाथनगर में भी बंद बुलाया। तल्ख माहौल की सूचना पाकर जिलाधीश प्रणब कुमार और एसएसपी आशीष भारती पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी के चलते कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हालात को काबू में लिया। एसडीओ आशीष नारायण और सिटी एसपी सुसांत कुमार सरोज, सिटी डीएसपी राजवंश सिंह के साथ पुलिस बल तैनात किया गया।