संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्ट्रर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) के खिलाफ लोग विरोध दर्ज करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। कुछ लोग पोस्टर लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं तो कुछ लोग नारेबाजी के जरिए। इसी क्रम में चेन्नई में एक महिला ने रंगोली बनाकर सीएए और एनआरसी का विरोध किया। शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रही महिला को आधा दर्जन पुलिसकर्मियों ने घेर लिया।

रंगोली में ‘नोट टू एनआरसी’ और ‘नो टू सीएए’ लिखा गया था। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। मामला दक्षिण चेन्नई के बेसेंट नगर इलाके का है। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला रंगोली के जरिए सरकार का विरोध कर रही है लेकिन इस बीच महिला पुलिसकर्मियों की टीम उनके पास आती है और उन्हें ऐसा करने से रोकती हैं।

वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस महिला को जबरन पकड़ती है लेकिन वह उस जगह से नहीं हिलती और अपने खिलाफ हो रही कार्रवाई की वजह के बारे में पूछती हैं। दरअसल महिला अकेले ही रंगोली नहीं बना रही थी बल्कि उनसे साथ सात लोग और थे। पुलिस ने कहा है कि सभी प्रदर्शनकारी बिना अनुमति के एकत्रित थे और विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उनके प्रदर्शन के चलते इलाके में रहने वाले अन्य लोगों को परेशानी हो रही थी। वहीं प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ हाथापाई की और उनके मोबाइल फोन भी छीन लिए।

चेन्नई में सीएए और एनआरसी के खिलाफ शनिवार को बड़े पैमाने पर विरोध मार्च का आयोजन किया गया था। यह मार्च तमिलनाडु गैर-राजनीतिक इस्लामिक संगठन तमिलनाडु तौहीद जमात (TNTJ) की ओर से आयोजित किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज लेकर अलंदुर से चेन्नई के राजभवन की ओर मार्च किया।

शनिवार को भी देशभर के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बता दें कि देशभर में नागरिकता कानून में संशोधन के बाद से विरोध प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के टकराव में देशभर में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ है।