महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को बांद्रा (पूर्व) विधानसभा सीट पर उपचुनाव में आज सत्तारूढ़ शिवसेना की तृप्ति सांवत से शिकस्त का सामना करना पड़ा। पिछले छह महीनों में यह उनकी लगातार दूसरी हार है जिससे कांग्रेस में उनके भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं।

राकांपा उम्मीदवार और दिवंगत नेता आर आर पाटिल की पत्नी सुमंताई पाटिल सांगली जिले में स्थित तासगांव कवठे-महांकाल विधानसभा सीट पर 1. 12 लाख से अधिक वोटों से जीती हैं। इस तरह, शरद पवार नीत पार्टी ने इस सीट पर अपना कब्जा बनाए रखा। किसी भी बड़ी पार्टी ने उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारा था।


शिवसेना से निकाले जाने के बाद राणे :63: वर्ष 2005 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्हें शिवसेना के संस्थापक एवं दिवंगत नेता बाल ठाकरे के गढ़ में शिकस्त का सामना करना पड़ा । पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे भी अब इसी क्षेत्र में ‘मातोश्री’ में रहते हैं।

तृप्ति सावंत के पति बाल सावंत की मृत्यु के बाद उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी थी। उन्हें 52, 711 वोट मिले और वह शिवसेना के लिए यह सीट बचाए रखने में सफल रही। राणे को सिर्फ 33,703 वोट मिले और वह 19,008 वोटों के अंतर से हार गए। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलिमीन (एमआईएम) के उम्मीदवार रहबर खान 15,050 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

पिछले छह महीने में राणे को मिली यह दूसरी शिकस्त है। उन्हें पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में अपने गृह क्षेत्र तटीय कोंकण क्षेत्र में हार का सामना करना पड़ा था।

शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के दिग्गज नेता की हार का जश्न उनके घर के बाहर और मातोश्री के बाहर पटाखे जलाकर मनाया। उन्होंने भगवा झंडा लहराया और पार्टी के समर्थन में नारे भी लगाए।

For Updates Check Hindi News; follow us on Facebook and Twitter