बुलंदशहर के स्याना में बीते साल दिसबंर में हुई हिंसा के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या कर दी गई थी। बुलंदशहर हिंसा के सात आरोपी हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आए हैं। सोमवार को इन आरोपियों को जमानत मिलने बाद शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की पत्नी रजनी सिंह ने आरोप  लगाया है कि जेल से फोन कर उनको धमकियां दी गई थी और उनके परिवार को जान का खतरा है। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट को इन सातों आरोपियों की जमानत रद्द कर देनी चाहिए।

बता दें कि जेल से बाहर आए आरोपियों का फूल माला के साथ स्वागत किया गया था। इस मामले पर रजनी सिंह ने कहा कि वह  खुद इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करेंगी। उन्होंने कहा कि आरोपियों का फूल माला के साथ स्वागत पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि मेरे पति शहीद हो गए और आरोपियों का फूल माला के साथ स्वागत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई।

गौरतलब है कि दिसंबर में हुई इस हिंसा में एक शख्स कि हत्या के बाद पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और सुमित कुमार नाम के एक युवक की मौत हो गई थी। इस मामले में एसआई सुभाष चंद्र ने 27 नामजद और 50- 60 अज्ञात के खिलाफ स्याना कोतवाली में मामला दर्ज कराया था। इस मामले में हिंसा के 25 दिन बाद पुलिस ने इंस्पेक्टर के हत्यारे प्रशांत नट को गिरफ्तार कर लिया गया था।