Delhi Hospital Budget: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का आम बजट पेश कर दिया है। इस बार के बजट में कई बड़े ऐलान किए गए हैं। बड़ी बात यह है कि मिडिल क्लास को ध्यान में रखकर भी बड़े फैसले हुए। सबसे बड़ा निर्णय तो 12 लाख तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं देने का है। लेकिन इसके अलावा भी इस बार के बजट में काफी कुछ खास है जिस पर लोगों की नजर नहीं गई है।
दिल्ली के अस्पतालों को कितना पैसा?
असल में चुनावी राज्य दिल्ली को लेकर बजट में बड़े ऐलान किए गए हैं। यहां भी हेल्थ सेक्टर को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने राजधानी में स्थित पांच अस्पतालों के बजट में भारी बढ़ोतरी की है। एक तरफ एम्स के बजट में 677 करोड रुपए का इजाफा हुआ है, वहीं अगर सभी पांच अस्पतालों की बात करें तो इस बार के बजट में कुल 9821 करोड रुपए दिल्ली के अस्पतालों पर खर्च किए गए हैं।
सफदरजंग अस्पताल के बजट में 305 करोड रुपए की बढ़ोतरी हुई है, लेडी हार्डिंग को 50 करोड रुपए दिए गए हैं, कलावती शरण अस्पताल को भी 3 करोड रुपए का अतिरिक्त बजट इस बार मिल चुका है। बात अगर आरएमएल अस्पताल की करें तो वहां पर बजट में कटौती की गई है।
आयुर्वेद को लेकर क्या ऐलान
वैसे 5 अस्पतालों के अलावा आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद के बजट में भी इजाफा देखने को मिला है। पिछले साल सरकार ने आयुर्वेद के लिए 227 करोड रुपए आवंटित किए थे, इस बार उसमें 24 करोड़ की और बढ़ोतरी कर दी गई है, यानी कि इस बार 251 करोड रुपए रखे गए हैं।
अब समझने वाली बात यह है कि दिल्ली के जो सरकारी अस्पताल हैं, वहां पर तो संसाधन कम हैं और मरीज ज्यादा। ऐसे में तरह-तरह की समस्या आती रहती हैं। अब उन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए बजट में यह भारी इजाफा किया गया है, माना जा रहा है कि ज्यादा बजट की वजह से अब मूल सुविधाएं भी बेहतर हो जाएंगी। बजट की दूसरी खबरों के लिए यहां क्लिक करें