Union Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार (1 फरवरी) को साल 2023-24 का बजट पेश किया। वित्तमंत्री सीतारमण (Nirmala Sitharaman) का यह लगातार पांचवां और मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट रहा। संसद में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अमृत काल में यह पहला बजट है।
Budget 2023 में महिला सशक्तिकरण पर जोर
वहीं, बजट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, “हमने MSME को राहत दी है। बजट में महिला सशक्तिकरण,पर्यटन पर जोर दिया गया। हम फिनटेक, औद्योगीकरण,डिजिटल अर्थव्यवस्था को भारत की डिजिटल शक्ति के रूप में देख रहे हैं। कृषि ऋण में काफी वृद्धि हुई है।” उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत आय कर में बदलाव देखा गया है और यह लंबे समय बाद हुआ है।
बजट में मध्यम वर्ग को Tax Relief
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि बजट 2023 पूंजी निवेश को एक बड़ा कदम देता है। यह एमएसएमई को भी छूता है क्योंकि वे विकास के इंजन हैं। यह पूंजी निवेश को बनाए रखता है और निजी क्षेत्र को भी एक पुश देता है जबकि व्यक्तियों और मध्यम वर्ग को कर राहत भी देता है। उन्होंने कहा, “कृषि ऋण उपलब्धता में बहुत वृद्धि हुई है। कृषि ऋण के लिए 20 लाख रुपये उपलब्ध कराये जा रहे हैं। साथ ही, पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत एक उप-योजना यह सुनिश्चित करती है कि तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग इससे लाभान्वित हों।”
Industrial Revolution 4.0 के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के बाद कहा, “हम एक भविष्यवादी फिनटेक क्षेत्र की ओर देख रहे हैं, लोगों को औद्योगिक क्रांति 4.0 के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा, हम जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में डिजिटल अर्थव्यवस्था को खोलने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “नई टैक्सेशन व्यवस्था को अब अधिक प्रोत्साहन और आकर्षण मिला है ताकि लोग बिना किसी हिचकिचाहट के पुराने से नए की ओर जा सकें। हम किसी को बाध्य नहीं कर रहे हैं। लेकिन नया अब आकर्षक है क्योंकि यह अधिक छूट देता है।”
बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि यह देश प्रत्यक्ष कराधान के सरल होने की प्रतीक्षा कर रहा है। इसलिए दो-तीन साल पहले प्रत्यक्ष कराधान के लिए हमने जो नई कराधान व्यवस्था लाई थी, उसमें अब अधिक प्रोत्साहन और अधिक आकर्षण है ताकि लोग बिना किसी हिचकिचाहट के पुराने से नए की ओर जा सकें। इस बजट के चार मुख्य बिंदु महिलाओं को सशक्त बनाने, पर्यटन के लिए कार्य योजना, विश्वकर्मा (कारीगरों) के लिए पहल और हरित विकास पर हैं।