गजेंद्र सिंह
दूरसंचार क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहे सरकारी उपक्रम भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की कमर कोरोना काल में और टूट गई। मोबाइल कंपनी की सेवा से असंतुष्ट ग्राहकों ने अपना नाता तोड़ दूसरे नेटवर्क की ओर रुख कर लिया। वहीं, लैंडलाइन सेवा से जुडे उपभोक्ताओं की संख्या भी लगातार कम हो रही है। वर्ष 2015 से लेकर मार्च 2021 तक एक करोड़ उपभोक्ता लैंडलाइन सेवा में कम हुए हैं।
सूचना का अधिकार (आरटीआइ) कानून, 2005 के तहत मांगी गई सूचनाओं में यह जानकारी मिली है। बीएसएनल से मिली जानकारी के मुताबिक, मार्च 2015 में कंपनी के लैंडलाइन संयोजन एक करोड़ 64 लाख 11 हजार 946 थे, जो हर साल कम होते गए और मार्च 2019 में एक करोड़ 11 लाख, जबकि 2020 में सीधे 87 लाख 27 हजार पर पहुंच गए। वर्ष 2021 में यह संख्या गिरकर 66 लाख 49 हजार 439 पर आ गई। हालांकि जीएसएम मोबाइल ग्राहकों की संख्या 2015 से 2020 तक अच्छी संख्या में बढ़ी है। लेकिन कोरोना काल के दौरान दो साल में 11 करोड़ 97 लाख 90 हजार 874 से कम होकर यह 11 करोड़ 83 लाख 85 हजार 293 हो गए। यानी 14 लाख ग्राहक कम हो गए। इसी तरह हर साल लैंडलाइन संयोजन वापस करने वाले ग्राहकों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
वित्त वर्ष 2014-15 से 2020-21 तक सात साल में एक करोड़ 63 लाख से अधिक ग्राहकों ने अपने लैंडलाइन संयोजन वापस कर दिए हैं। सबसे अधिक वापसी 2019-2020 के दौरान 28 लाख 61 हजार 150 संयोजन की हुई है, जबकि सबसे कम संयोजन 2018-19 के दौरान 18 लाख 10 हजार 46 वापस किए गए। 2020-21 में अभी तक 25 लाख 32 हाजर 974 लोगों ने अपने संयोजन वापस कर दिए हैं। बीएसएनएल के टेलीफोन एक्सचेंज भी लगातार कम हो रहे हैं। 2014-15 से 2020-21 तक सात साल में करीब 6567 टेलीफोन एक्सचेंज कम हो गए हैं।
मौजूदा समय में इनकी संख्या 28 हजार 496 है। बता दें कि दूरसंचार नियामक ट्राई के अनुसार दूरसंचार ग्राहकों की संख्या देश में 119.85 करोड़ है। मई 2021 तक मोबाइल क्षेत्र के बाजार में बीएसएनएल और एमटीएनएल की हिस्सेदारी 10.17 फीसद रही थी और अन्य कंपनियों की 89 फीसद से अधिक है। बीएसएनल के 2020 दिसंबर तक वायरलेस उपभोक्ता 11 करोड़ 87 लाख से अधिक थे। वहीं लैंडलाइन उपभोक्ता 76 लाख 75 हजार से अधिक थी।
एमटीएनएल : 2028 ग्राहक जुड़े, 55,156 ने छोड़ा
आरटीआइ से मिली जानकारी के मुताबिक, महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) में नए ग्राहक जुड़ने से ज्यादा पुराने उपभोक्ता सेवा छोड़ कर जा रहे हैं। मुंबई और दिल्ली का एक हाल है। मुंबई में जहां 2021-22 में सितंबर तक 2028 उपभोक्ता एमटीएनएल से जुड़े हैं, जबकि 55 हजार 156 ग्राहक सेवा छोड़कर गए हैं।
वहीं, दिल्ली में 2021-22 में अगस्त तक 3063 नए उपभोक्ता जुड़े हैं और 17 हजार 464 ग्राहकों ने सेवा को अलविदा कहा है। एमटीएनएल दिल्ली में 2004 से 2009 तक हर साल नए ग्राहक जुड़ने वालों और सेवा छोड़ने वालों की संख्या लाख से ऊपर थी। लेकिन 2010 के बाद नए उपभोक्ता जुड़ना भी कम हुए और उपभोक्ता घटना भी। कमोबेश मुंबई का भी यही हाल रहा। हालांकि विज्ञापन पर एमटीएनएल ने 2015 में 15 लाख 46 हजार 399 रुपए खर्च किया था। 2021-22 में अभी तक कंपनी की ओर से एक लाख 11 हजार 132 रुपए खर्च किए गए हैं।