ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के ठिकानों को तहस-नहस कर दिया। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने हमला किया था। उसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से जवाबी कार्रवाई की। इस बीच देश में नेहा भंडारी की चर्चा है जो सीमा सुरक्षा बल (BSF) की महिला अधिकारी हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर के परगवाल में चौकियों पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) की एक इकाई का नेतृत्व किया।

नेहा भंडारी सीमा सुरक्षा बल की महिला अधिकारी और तीसरी पीढ़ी की सुरक्षाकर्मी हैं। नेहा भंडारी को शनिवार को सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनके असाधारण साहस और परिचालन दक्षता के लिए प्रशस्ति पत्र मिला। ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में भारत की जवाबी कार्रवाई थी।

नेहा ने बहादुरी से दिया दुश्मन को करारा जवाब

लगभग तीन साल पहले बीएसएफ में शामिल होने के बाद सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी ने अखनूर-परगवाल क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 150 मीटर दूर सीमा चौकियों की रखवाली करने वाली एक इकाई का नेतृत्व किया। वह सीमा चौकियों पर बंदूक संभालने वाली छह महिला कांस्टेबलों में से एक थीं और उन्हें इस महीने की शुरुआत में सीमाओं पर तनाव बढ़ने के बाद तीन पाकिस्तानी चौकियों को नष्ट करने का श्रेय दिया गया था।

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नेहा भंडारी युद्ध के दौरान दुश्मन से भिड़ने वाली सुरक्षा बलों की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। उन्होंने शनिवार को कहा, “मैं अपने सैनिकों के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकियों पर तैनात होने पर गर्व महसूस करती हूं। मेरे दादा सेना में थे। मेरे पिता सीआरपीएफ में थे। मेरी मां भी सीआरपीएफ में हैं, मैं उनके नक्शेकदम पर चलने पर गर्व महसूस करती हूं।”

नेहा भंडारी ने क्या कहा

नेहा भंडारी ने कहा, “अपने सैनिकों के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा के इतने करीब एक चौकी की कमान संभालना सम्मान की बात है।” नेहा भंडारी वर्तमान में अखनूर सेक्टर में तैनात हैं। शनिवार को बीएसएफ जम्मू ने एक पोस्ट में कहा, “30 मई 2025 को सीओएएस जनरल उपेंद्र द्विवेदी, पीवीएसएम, एवीएसएम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान असाधारण साहस और परिचालन दक्षता के लिए बीएसएफ जम्मू की सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। उन्होंने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में एक अग्रिम तैनात बीएसएफ कंपनी की बहादुरी से कमान संभाली।”

इस बीच गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में भाग लिया। रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा, “जनरल द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर के परगवाल सेक्टर में परिचालन तैयारियों की समीक्षा की और टाइगर डिवीजन का दौरा किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सैनिकों की सराहना की। उन्होंने विकसित हो रहे सुरक्षा परिदृश्य के जवाब में चुस्त और सतर्क रहने के महत्व पर जोर दिया।”

अपनी यात्रा के दौरान सेना प्रमुख ने सेना के साथ बीएसएफ की सराहना की और जम्मू के अखनूर सेक्टर में आगे की चौकियों की रक्षा के लिए सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी और उनकी टीम की बहादुरी की सराहना की। पोस्ट में कहा गया है कि आर्मी चीफ ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों का समर्थन करने में पूर्व सैनिकों के बहुमूल्य योगदान को भी स्वीकार किया।