BSF के एक जवान को पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल ने जवानों को सीमा पर गश्त के दौरान सतर्क और चौकस रहने की सख्त सलाह जारी की है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा कि यह सलाह उनकी नियमित ब्रीफिंग का हिस्सा रही है। लेकिन, पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा गश्त ड्यूटी के दौरान जवान को हिरासत में लेने के बाद , सभी गश्ती दलों को ड्यूटी के दौरान अतिरिक्त सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।

अधिकारी ने कहा, “सीमा पर चल रहे तनाव के बीच, जवानों को अतिरिक्त सतर्क रहने और गश्त ड्यूटी के दौरान अनजाने में सीमा पार करने से बचने के लिए कहा गया है। सीमा पर खेतों में काम करने वाले किसानों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।”

जवान को वापस लाने की कोशिश में लगी BSF

बीएसएफ के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि पंजाब सीमा पर ऐसी घटनाएं आम हैं, जहां दोनों तरफ के जवान अक्सर अनजाने में सीमा पार कर जाते हैं और एक ही फ्लैग मीटिंग में मुद्दों को सुलझा लिया जाता है, लेकिन इस बार पाकिस्तान कई प्रयासों के बावजूद बैठक में नहीं आ रहा है। अधिकारी ने कहा, “पहलगाम हमले के बाद चल रहे तनाव के कारण पाकिस्तान जवाब नहीं दे रहा है, लेकिन हमने पाक रेंजर्स के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराया है और जवान को वापस लाने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं।”

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जवान पूर्णम कुमार शॉ अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गए थे

इस घटना का सही कारण जानने के लिए जांच चल रही है, जिसमें जवान पूर्णम कुमार शॉ अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गए थे। मामले की जांच शुरू कर दी गई है, विस्तृत जानकारी का इंतजार है। दरअसल, पाकिस्तान रेंजर्स ने 23 अप्रैल को पंजाब के फिरोजपुर के पास अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद बीएसएफ के एक जवान को हिरासत में लिया था। यह घटना उस समय हुई, जब बीएसएफ का एक जवान बाड़ के पास काम कर रहे स्थानीय किसानों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सीमा पार कर रहा था। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, जवान अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में चला गया।

बीएसएफ ने पाकिस्तान रेंजर्स के समक्ष विरोध दर्ज कराया

जिसके बाद उसे लाने की कोशिशें सफल न होते देख बीएसएफ ने इस मामले में पाकिस्तान रेंजर्स के समक्ष विरोध दर्ज कराया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स को एक विरोध पत्र भेजा गया है । उन्होंने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स जवान के ठिकाने व वापसी की तारीख के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं दी है। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच करीब 4-5 फ्लैग मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन जवान की वापसी पर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है।

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BSF ने पाक रेंजर्स के सेक्टर कमांडर को विरोध पत्र भेजा

अधिकारियों ने कहा कि बीएसएफ ने रेंजर्स के सेक्टर कमांडर को एक विरोध पत्र भेजा है। अधिकारियों ने बताया कि जवान को लाहौर-अमृतसर सेक्टर में रेंजर्स बेस पर ले जाया गया है और जल्द ही उसे बीएसएफ को सौंपा जा सकता है। उन्होंने बताया कि रेंजर्स ने चुप्पी साध रखी है और न तो कोई विरोध पत्र जारी किया है और न ही जवान की हालत के बारे में बताया है।

अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान के सोशल मीडिया हैंडल पर पिछले सप्ताह शॉ की तस्वीरें साझा की गई थीं, जिनमें वह आंखों पर पट्टी बांधे एक वाहन में बैठे और फिर एक पेड़ के नीचे खड़े नजर आ रहे थे। उनकी राइफल, गोलियों से भरी मैगजीन, बेल्ट और अन्य सामान जमीन पर रखे हुए थे। पढ़ें- पहलगाम हमले पर जनसत्ता की विशेष कवरेज