बांग्लादेश के सियासी हालात बदलने के बाद भारत से लगी सीमा पर हलचल की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक बार फिर भारत-बांग्लादेश सीमा के पास घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया है। पश्चिमी त्रिपुरा जिले में सोमवार को सात बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, वह भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जब बंगलादेशी नागरिकों को बीएसएफ के जवानों ने पकड़ा है। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद बड़ी तादाद में लोग सुरक्षा की भावना से भारत का रुख कर रहे हैं।
BSF के अधिकारी ने क्या कहा?
अगरतला में बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया कि एक सीक्रेट जानकारी के आधार पर पश्चिमी त्रिपुरा जिले की हरनाखोला सीमा चौकी (BOP) में तैनात बीएसएफ के जवानों ने 18 और 19 अगस्त की रात को सीमा पर लगी बाड़ को पार करने की कोशिश कर रहे सात बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है।
BSF द्वारा पकड़े गए लोगों में से दो की पहचान बांग्लादेश के मौलवीबाजार जिले के रहने वाले लोगों के तौर पर हुई है। जबकि एक महिला और एक बच्चे सहित पांच लोग ब्राह्मणबरिया जिले के हैं।
इससे पहले भी त्रिपुरा के खोवाई जिले में बांग्लादेश की ओर से घुसपैठ कर रहे कुछ लोग पकड़े गए थे। बीएसएफ ने एक बयान जारी कर कहा था कि 12 से 15 बांग्लादेशी नागरिकों के एक ग्रुप ने खराब मौसम का फायदा उठाकर दिन के समय पहरमुरा सीमा चौकी के पास घुसपैठ का प्रयास किया था।
बंगलादेशी टका भी हुआ बरामद
बीएसएफ के अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए लोगों के पास से 1.5 लाख बांग्लादेशी टका और 300 डॉलर भी जब्त किए गए हैं। इस बीच पश्चिम त्रिपुरा जिले के मंटोली बॉर्डर आउट पोस्ट इलाके में ब्राउन शुगर के 14 छोटे पैकेट की तस्करी के आरोप में एक भारतीय नागरिक को भी गिरफ्तार किया गया है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ की यह पहली कोशिश नहीं है। बीएसएफ ने हाल ही में इस तरह के कई मामलों में बंगलादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है।
बांग्लादेश से शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद से ही त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ हाई अलर्ट पर है और सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है।