लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि इस बार कैसरगंज सीट से बीजेपी बृजभूषण शरण सिंह की टिकट काट सकती है, उनकी जगह उनके बेटे को मौका दिया जा सकता है। अभी तक इसे लेकर कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि विवाद को देखते हुए बीजेपी सेफ खेलगी और बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण को चुनावी मैदान में उतार देगी।

जानकारी के लिए बता दें कि साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट जैसे रेसलरों ने बृजभूषण के खिलाफ एक मुहिम शुरू की थी, जोर देकर कहा गया था कि बीजेपी नेता और तब के भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण ने महिला रेसलरों के साथ यौन शोषण किया। उस विवाद को लेकर ही कई रेसलरों ने अपने मेडल वापस किए थे, कई दिनों तक धरना भी दिया। विपक्ष ने भी मांग की थी कि बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई की जाए। अब बीजेपी ने कार्रवाई तो नहीं की, लेकिन हो सकता है कि कैसरगंज से उनका टिकट कट जाए, यानी कि उनका सियासी करियर नीचे की ओर जा सकता है।

वैसे अवध में कुछ सीटों पर उनका काफी प्रभाव है। बृजभूषण का बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, अयोध्या और श्रावस्ती में इंजीनियरिंग, फार्मेसी, शिक्षा, कानून और समेत 50 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों से सक्रिय रूप से जुड़ाव है। ऐसे में अगर उनका टिकट काटने का भाजपा सोच रही है तो यह उसके लिए बड़ा चैलेंज साबित होगा।

गोंडा से अयोध्या तक उसे परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस क्षेत्र में उनकी काफी मजबूत पकड़ है। टिकट काटने से भाजपा को नुकसान हो सकता है। छह बार के सांसद की यूपी में ठाकुर बिरादरी में अच्छी पैठ है। वह अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में भी अच्छी पकड़ रखते हैं। पूर्वांचल के साथ-साथ पूरे प्रदेश में इसका असर देखने को मिल सकता है।