कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने मंगलवार को एक अखबार में प्रकाशित वैवाहिक विज्ञापन को ट्वीट किया, जिसमें एक दुल्हन ने अपने लिए कोविशील्ड टीके लगवाए हुए दूल्हे की मांग की थी। कांग्रेस नेता ने विज्ञापन की कटिंग के नीचे लिखा, “वैक्सीनेटेड दुल्हन को वैक्सीनेटेड दूल्हा चाहिए! निसंदेह सबसे पसंदीदा उपहार अब बूस्टर होगा? क्या यह अब नया मानक बनने जा रहा है?” थरूर ने विज्ञापन में छपे कोविशील्ड शब्द को अंडरलाइन की थी।
कांग्रेस नेता के इस कमेंट पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। अनिमेश के रेड @mindTumult नाम के यूजर ने लिखा, “हाँ। 84 दिनों के नियम को देखते हुए यही एकमात्र तरीका है जिससे उन्हें पूरी तरह से टीका लगाया जा सकता था।” बालकृष्ण पिल्लई @MalayaliDa8 नाम के एक यूजर ने लिखा, “यह एक जातिवादी विज्ञापन है, कृपया इस तरह के प्रतिगामी विचारों को बढ़ावा न दें।” अशोक शिवखंड @AshokKumarSheo8 नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, “कांग्रेस पार्टी भारत में बने उत्पादों में खामियां क्यों ढूंढ रही है? कांग्रेस पार्टी किस मकसद से आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है?
Vaccinated bride seeks vaccinated groom! No doubt the preferred marriage gift will be a booster shot!? Is this going to be our New Normal? pic.twitter.com/AJXFaSAbYs
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 8, 2021
सिद्धार्थ संचेती @SidhSancheti नाम के यूजर ने लिखा, “आप प्रयास कर सकते हैं, आप काफी समय से सिंगल हैं।” प्रियंका @pandey_priyanka नाम की एक अन्य यूजर ने लिखा, “अब पात्र होने के लिए एक और मानदंड, वैक्सीन Covaxin नहीं हो सकता। फाइजर को इससे अधिक रेट दिया जाएगा?”
इससे पहले कोरोना से संक्रमित कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक वीडियो के जरिये केंद्र सरकार की वैक्सीन नीति पर सवाल उठाया था। उन्होंने अपना दो मिनट का एक वीडियो ट्ववीट करते हुए कहा था कि भारत को कोरोना से बचाइए। साथ ही उन्होंने सभी को मुफ्त टीका देने की भी मांग की।
केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने साल के अंत तक सभी को टीका लग जाने की योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने वीडियो के माध्यम से लोगों को बताया कि आप देख सकते है कि मैं बिस्तर पर हूं और कोरोना संक्रमण से पीड़ित हूं। मैं सरकार के बयान को देखकर बस इतना पूछना चाहता हूं कि दिसंबर के अंत तक सभी को टीका कैसे लगाया जाएगा? जबकि पर्याप्त मात्रा में टीके उपलब्ध नहीं है, मुझे सरकार की बात पर आश्चर्य है कि वह ये कैसे कर पाएगी।