अहमदाबाद 14 अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित क्रिकेट विश्व कप मुकाबले की मेजबानी करने के लिए तैयार है, लेकिन बोटाद से आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक उमेश मकवाना ने मैच रद्द करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल को पत्र लिखा है।
आम आदमी पार्टी नेता ने कहा- पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा
इसके पीछे जो वजह वे बताए हैं वे यह है कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। आम आदमी पार्टी विधायक ने 1999 के कारगिल युद्ध, जिसमें 527 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे और 2019 के पुलवामा हमले का हवाला देते हुए तर्क दिया कि क्रिकेट मैच रद्द करने से मृत सैनिकों के परिवार के सदस्यों को न्याय मिलेगा।
वीडियो संदेश में कहा पिच खोदने में संकोच नहीं करेंगे
एक वीडियो संदेश में मकवाना ने यह भी धमकी दी कि, यदि आवश्यक हुआ, तो वे नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में पिच को खोदने में संकोच नहीं करेंगे, जहां मैच खेला जाएगा।
1991 में शिवसैनिकों ने वानखेड़े स्टेडियम की पिच को खोद दिया था
इससे पहले 1991 में शिवसैनिकों ने वानखेड़े स्टेडियम की पिच को नुकसान पहुंचाने के बाद पाकिस्तान का भारत दौरा रद्द कर दिया था। यह पाकिस्तान द्वारा भारत में एक दिवसीय श्रृंखला खेलने से दो दिन पहले हुआ था।
19 अक्टूबर, 1991 को बालासाहेब ठाकरे ने घोषणा की थी कि हमारे देश के प्रति इस्लामाबाद के आक्रामक रुख के मद्देनजर सेना मुंबई में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच की अनुमति नहीं देगी। महाराष्ट्र के तत्कालीन सीएम सुधाकरराव नाइक ने बालासाहेब के संकल्प का विरोध किया था। नाइक ने कहा था कि मैच की मेजबानी वानखेड़े में की जाएगी।
ठाकरे के संकल्प को पूरा करने और मैच रोकने के लिए शिवसैनिकों का एक समूह वानखेड़े की पिच खोदने का फैसला किया। वे कुल्हाड़ी, सरिए और इंजन ऑयल के डिब्बे से लैस थे। शिवसैनिकों ने पिच खोद दी और पिच पर इंजन ऑयल डाल दिया, जिससे यह मैच के लिए बेकार हो गई।