Bondi Beach Attack: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित बोंडी बीच पर आतंकी हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई। इस मामले की जांच भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों की ही सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं। दोनों ने अब इस बात की पुष्टि की है कि हमला करने वाले आतंकियों का कनेक्शन हैदराबाद से है। इस बात की जानकारी मिलने के बाद से ही हैदराबाद के टोलीचौकी में बना आतंकी अकरम का दो मंजिला घर चर्चा में आ गया है।

बता दें कि सिडनी में ये हमला बोंडी बीच के पास तब हुआ जब यहूदी लोग हनुक्का उत्सव सेलिब्रेट कर रहे थे। उस दौरान आतंकी बाप बेटे की जोड़ी ने लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जांच कर रही एजेंसियों ने हमलावरों की पहचान साजिद अकरम और उसके बेटे नवीद अकरम के तौर पर की। अकरम 50 साल का है, जबकि उसका आतंकी बेटा 24 साल का है।

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1998 से 6 बार आया भारत

हमलावरों का भारत से संबंध सामने आने के बाद तेलंगाना पुलिस ने अकरम परिवार के बारे में जानकारी साझा की। पुलिस के अनुसार साजिद के पास बी.कॉम की डिग्री है और वह नवंबर 1998 में काम की तलाश में ऑस्ट्रेलिया चले गए थे। वहां उन्होंने यूरोपीय मूल की एक महिला से शादी की, जिनसे उनके दो बच्चे हैं। इसमें से एक नवीद और एक बेटी। 1998 से वह अब तक 6 बार भारत आया है। उसके परिवार का कहना है कि अकरम से उनका संपर्क काफी कम था। यहां तक कि अकरम 2009 में अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुआ था।

तेलंगाना पुलिस के डीजीपी बी रेड्डी ने कहा कि साजिद और उसके बेटे नवीद के कट्टरपंथी बनने के कारणों का भारत या तेलंगाना में किसी स्थानीय प्रभाव से कोई संबंध नहीं प्रतीत होता है। तेलंगाना पुलिस के पास 1998 में भारत छोड़ने से पहले भारत में रहने के दौरान साजिद के खिलाफ कोई नेगेटिव रिकॉर्ड नहीं है।

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बाप के जनाजे में भी नहीं आया अकरम

अकरम की भारत आने को लेकर बताया गया कि ये सारी पर्सनल विजिट थीं। एक बुजुर्ग पड़ोसी ने बताया कि जब उसके पिता का निधन हुआ, तब भी साजिद से किसी ने मुलाकात नहीं हुई थी। डीजीपी ने पुष्टि की कि वह उस समय भी भारत नहीं आया था। एक अधिकारी ने कहा कि तब से उसका भाई ही घर का कामकाज संभाल रहा है।

आतंकी हमले की खबर के बाद घर में लगा ताला

जिस टोलीचौकी इलाके में साजिद का घर है, वह घनी आबादी वाला इलाका है। वहां जैसे ही सिडनी गोलीबारी से परिवार के संबंध की खबर फैली, उनके बंगले के बाहर भीड़ जमा होने लगी। जब पत्रकारों की टीम उसके घर पर पहुंची तो उसके घर पर ताला लगा हुआ था। एक पड़ोसी ने बताया कि वे मंगलवार दोपहर तक यहीं थे। फिर पुलिस आई और उनके साथ मीडिया भी। वे थोड़ी देर बाद चले गए।

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ISIS से कनेक्शन को लेकर हुई थी जांच

अकरम परिवार 2002 तक हैदराबाद के चारमीनार के पास रहता था। 2002 और 2004 के बीच वे टोलीचौली इलाके में चले गए। उसके एक पड़ोसी ने बताया कि परिवार काफी शांत स्वभाव का है, वे अपने आप में ही रहते थे। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, अकरम के पास छह वैधानिक रूप से पंजीकृत हथियारों लाइसेंस था। अधिकारियों ने पहले कहा था कि 2019 में नवीद अधिकारियों की नजर में आया था, लेकिन यह निर्धारित किया गया था कि उससे तत्काल कोई खतरा नहीं है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह भी बताया कि उस समय अकरम से भी पूछताछ की गई थी।

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के मुताबिक 2019 की जांच सिडनी में स्थित इस्लामिक स्टेट कमांडर इसहाक अल मतारी से नवीद के संबंधों को लेकर थी, जिसे आतंकवादी हमले की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था और 2021 में सात साल जेल की सजा सुनाई गई थी। इस बीच तेलंगाना पुलिस ने कहा कि वे इस मामले में केंद्रीय एजेंसियों और अन्य समकक्षों के साथ सहयोग कर रहे हैं।

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