उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी चुनाव से पहले, नई परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास की कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को जेवर में नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास करेंगे। इस दौरान वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। वहीं, पीएम मोदी के कार्यक्रम के मद्देनजर जनसभा स्थल पर काले कपड़े, काली टोपी और यहां तक कि काला मास्क लगाए लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।

पीएम मोदी के कार्यक्रम स्थल पर सारी तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, 22 नवंबर तक सारी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगीं, जिसके लिए प्रशासन जुटा हुआ है। इन तैयारियों का जायजा लेने 23 नवंबर (मंगलवार) को दोपहर सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचेंगे। यहां पर सीएम योगी हेलीपैड, सुरक्षा व्यवस्था और पीएम मोदी के लिए बनाए गए मंच का जायजा लेंगे। 

जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, मंडलायुक्त, कमिश्नर आलोक सिंह, जिलाधिकारी सुहास एलवाई, दादरी विधायक तेजपाल नागर, भाजपा सांसद महेश शर्मा, नोएडा विधायक पंकज सिंह समेत कई विभागों के अधिकारी भी मौजूद होंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों से कार्यक्रम को लेकर की जा रही तैयारियों और पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेंगे। 

इलाके में धारा 144 लागू 

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में सीआरपीसी के तहत धारा 144 लागू है। इस इलाके में बिना अनुमति किसी तरह के प्रदर्शन की इजाजत नहीं होगी, साथ ही निजी ड्रोन उड़ाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। वहीं, जनसभा स्थल पर काले कपड़े, काली टोपी और यहां तक कि काला मास्क लगाए लोगों को जाने की अनुमति नहीं होगी।

संदिग्धों पर रखी जा रही नजर 

25 नवंबर को होने वाले शिलान्यास और जनसभा को देखते हुए सुबह से ही कार्यक्रम स्थल से 10 किमी की परिधि सुरक्षा घेरे में रहेगी। इस कार्यक्रम को देखते हुए पूरे जिले में जांच तेज कर दी गई है और संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी की चार स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था में पहले स्तर पर एसपीजी के जवान मोर्चा संभालेंगे। दूसरे स्तर पर एटीएस के कमांडो तैनात रहेंगे। जबकि तीसरे स्तर पर सेंट्रल पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान तैनात होंगे। वहीं, चौथे स्तर पर पुलिस के जवान सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभालेंगे।