केंद्र द्वारा पारित तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में लगभग एक साल से दिल्ली की सीमा पर किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बंद पड़े रास्तों को खोलने की बात कही गई है। जिसपर अब गाजीपुर बॉर्डर पर किसान यूपी गेट फ्लाईओवर की सर्विस लेन पर टेंट को हटाते हुए देखे गए। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी मौजूद रहे।
वहीं जब राकेश टिकैत से एक निजी न्यूज चैनल पर टेंट हटाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि दीपावली आ रही है, उसके पर्दे बदलने हैं। वहीं रास्ता रोकने को लेकर उन्होंने कहा कि हमने रास्ता नहीं रोका, दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग की है। पर्दे हटने से बैरिकेडिंग तो दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, रास्ता हम नहीं रोकते, और ना किसी को रोकना चाहिए।
टेंट हटाने को लेकर उन्होंने कहा कि बैरिकेडिंग दिखाने के लिए हमने टेंट हटाएं हैं। हम लोगों को दिखाएंगे कि सड़क हमने नहीं बल्कि सरकार और दिल्ली पुलिस ने बंद किए हैं।
राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि पिछले कई महीनों से किसान गर्मी, बारिश, ठंडी में सड़कों पर बैठे रहे लेकिन इसका हल नहीं निकला। सरकार को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा “आखिर हम यहां क्यों बैठे हैं, हमें अपने घर भेज दो। तीनों कानून वापस ले लो, एमएसपी गांरटी पर कानून बना दो, हम भी अपने घर चले जाएंगे, अपनी खेती करेंगे।”
राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा “सरकार कान खोलकर सुन ले, किसी गलतफहमी में ना रहे, आंदोलन को एक साल हो गया, अगर बात नहीं मानी तो 10 साल भी आंदोलन चलाना पड़ा तो यह चलेगा।”
बता दें कि दिल्ली की सीमा पर हो रहे किसान आंदोलन पर SC की टिप्पणी के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर की एक सर्विस लेन पर लगे टेंट्स को हटवाना शुरू किया है। BKU नेता ने कहा कि हम सब टेंट हटाकर दिल्ली में पार्लियामेंट के पास जाएंगे जहां किसानों के खिलाफ कानून बनाया गया था।