भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को यूपी के बलिया जिले के सिकंदरपुर के चेतन किशोर मैदान में आयोजित किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि आंदोलन किसानों के आत्मसम्मान का प्रतीक है। उन्होंने आगाह किया कि किसान पराजित हो गया तो मजदूर और नौजवान भी पराजित हो जाएगा। कहा कि अपनी जमीन, बालकों का भविष्य बचाना है तो दिल्ली से नरेंद्र मोदी को हटाना होगा।

उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा, “दिल्ली से लुटेरों को भगाना है। वह आखिरी बादशाह साबित होगा।” उन्होंने कहा कि पूरी ताकत के साथ संगठित होकर लड़ाई लड़नी है। केंद्र सरकार नया बिल लाने की तैयारी कर रही है। इसमें यह नियम होगा कि दूसरी कंपनी का बीज खेत में लगाया तो सजा मिलेगी। कहा कि किसानों को आगे आना होगा। उन्हें जागना होगा। अगर अपनी जमीन नहीं बचाई तो वे भूखे रह जाएंगे। कहा कि बड़ी कंपनियां आएंगी। उनके पास हजारों जहाज हैं। वे आपको लूट ले जाएंगी। आपकी जमीन बर्बाद कर देंगी। इनसे सावधान रहने की जरूरत है।

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भाकियू नेता ने किसानों को “एक गांव, एक ट्रैक्टर और 15 आदमी” का नारा दिया और कहा कि 10 दिन की तैयारी कर लें। किसी भी वक्त दिल्ली कूच करने के लिए आह्वान किया जा सकता है। उन्होंने बिहार में भी आंदोलन को धार देने का आह्वान किया। आंदोलन को लेकर किसानों में मतभेद के दावों को खारिज करते हुए टिकैत ने कहा कि अब झंडे को लेकर कोई भी एतराज नहीं करता। उन्होंने कहा कि एकजुट न होने के कारण ही किसान लुटे हैं। भारत के किसानों के आंदोलन की अनुगूंज पूरी दुनिया में होने लगी है।

किसान नेता राकेश टिकैत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह 13 मार्च को कोलकाता जाएंगे और वहीं से निर्णायक संघर्ष का बिगुल फूकेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के किसान भाजपा की नीतियों से त्रस्त हैं। वह पश्चिम बंगाल के किसानों से चुनाव पर चर्चा करेंगे और भाजपा को हराने का आह्वान करेंगे।

उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि वह किसी भी दल के पक्ष में अपील या किसी का समर्थन बिल्कुल नहीं करेंगे। स्पष्ट किया कि वह पश्चिम बंगाल में वोट मांगने नही जा रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है।