कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच अब तक विवाद नहीं सुलझ पाया है। पिछले चार महीनों से बड़ी संख्या में किसान सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर जमे हैं। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत लगातार देशभर में पक्ष जुटाने के लिए महापंचायतों में शामिल हो रहे हैं। मंगलवार को राजस्थान के जयपुर में भी उन्होंने महापंचायत में हिस्सा लिया और किसानों को ट्रैक्टर से दिल्ली पहुंचने के लिए तैयार रहने के लिए कहा। टिकैत ने कहा कि पीएम ने हमसे कहा है कि किसान फसलें कहीं भी बेच सकते हैं, हम इन्हें संसद में बेचकर दिखाएंगे।

क्या बोले राकेश टिकैत?: टिकैत ने कहा, “सरकारों का बगैर इलाज किए, ये रस देने वाली नहीं है। इन्होंने जाति में बांटा, धर्म में बांटा। अब किसान बंटने वाला नहीं हैं। आपको अपने ट्रैक्टर लेकर, जब कहा जाए, दिल्ली की तरफ आपको चलना पड़ेगा। बैरिकेड दिल्ली के फिर तोड़ने पड़ेंगे। अपनी फसल को विधानसभा, कलेक्ट्रेट और संसद में बेचनी पड़ेगी। प्रधानमंत्री ने खुद कहा कि अपनी फसल को कहीं भी बेच लो। हम कहीं पर भी बेच कर दिखाएंगे।

टिकैत ने चुनौती देते हुए कहा, “हम अपनी फसल मंडी के बाहर बेचकर दिखाएंगे। जो भारत सरकार का रेट है, उस पर बेचकर दिखाएंगे। पार्लियामेंट पर फसल बेचकर दिखाएंगे। संसद से बढ़िया मंडी नहीं हो सकती। साढ़े तीन लाख ट्रैक्टर पहले गए थे, अब फिर जाएंगे।”

राजस्थान की तरफ से दिल्ली घेरने के लिए तैयार रहें किसान: भाकियू नेता ने कहा, “जिस दिन संयुक्त मोर्चा तारीख देगा, उस दिन आपकी जिम्मेदारी है कि राजस्थान की तरफ से आप दिल्ली को घेरो। पूरी तरफ से दिल्ली घिर चुकी है। पूरे देश में आंदोलन शुरू हो चुके हैं। आपको जागना होगा। खासकर के मेरे युवा साथी, उनकी खास जिम्मेदारी है कि आप चलो, बढ़ो, जागो, उठो और लड़ो।”

गौरतलब है कि टिकैत पहले भी कह चुके हैं कि जिस दिन संयुक्त मोर्चा फैसला लेगा, उस दिन संसद के बाहर ही नई मंडी खुल जाएगी। भाकियू नेता ने दावा किया था कि दिल्ली में फिर ट्रैक्टर घुसेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पास 3.5 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख किसान हैं। अगला लक्ष्य संसद से फसल बेचने का होगा।