बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्हें Z कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। गौरतलब है कि वे पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान चोटिल हो गए थे। उपद्रवियों ने उनकी गाड़ी पर भी पथराव किया था।
इसी चलते विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और केंद्र सरकार की ओर से उन्हें बुलेट प्रूफ गाड़ी उपलब्ध कराई गई है। विजयवर्गीय ने कहा था, ‘ सीएम ममता बनर्जी की शह पर पुलिस एक बार फिर झूठ बोल रही है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर सड़क के दोनों तरफ खड़ी भीड़ ने पथराव किया, उसमें पुलिस वाले भी खड़े थे। किसी ने भी हमलावरों को रोकने की कोशिश नहीं की।’
जबकि मामले में पुलिस ने कहा था, ‘जेपी नड्डा डायमंड हार्बर दक्षिण 24 परगना में सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच गए हैं। काफिल को कुछ नहीं हुआ है।’ पुलिस ने कहा था कि सब सुरक्षित हैं और पथराव करने वालों की जांच की जा रही है।
.@MamataOfficial की शह पर @WBPolice एक बार फिर झूठ बोल रही है। भाजपा अध्यक्ष श्री @JPNadda जी के काफिले पर सड़क के दोनों तरफ खड़ी भीड़ ने पथराव किया, उसमें पुलिस वाले भी खड़े थे। किसी ने भी हमलावरों को रोकने की कोशिश नहीं की।#MamataKillsDemocracy https://t.co/OpRQ0mNTQY pic.twitter.com/IJgZgVp5U1
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 10, 2020
बता दें कि बीजेपी ने विजयवर्गीय को बंगाल में चुनाव संबंधी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी हुई है और इस चलते भी उनकी सुरक्षा में इजाफा किया गया है। अगले साल बंगाल में चुनाव हैं और बीजेपी और टीएमसी में लगातार तनातनी बनी हुई है। राज्य अब इन दोनों पार्टियों की आपसी जंग का सियासी अखाड़ा बन गया है।
बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह भी जल्द ही बंगाल का दौरा करेंगे और चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी करेंगे। 19-20 दिसंबर को शाह के बंगाल पहुंचने की उम्मीद है। इससे पहले नड्डा के काफिले पर जब हमला हुआ था तो बीजेपी ने ममता सरकार पर सवालिया निशान खड़ा किया था।
नड्डा ने आरोप लगाए थे कि बंगाल में प्रशासन और कानून व्यवस्था जैसी चीजें दम तोड़ चुकी हैं। केंद्र और बीजेपी नेतृत्व इस हमले को हल्के में नहीं ले रहा है। गृह मंत्रालय ने भी बंगाल सरकार के अधिकारियों को तलब कर मामले में सुरक्षा संबंधी चूक पर जवाब मांगा था। इसके उलट ममता बनर्जी की पार्टी ने कहा कि बीजेपी ये सब नौटंकी कर रही है जिससे की चुनाव में उसका फायदा हो सके।