चंडीगढ़ में आज सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव हुआ। सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद पर भाजपा की जीत हुई है। बीजेपी के कुलजीत संधू सीनियर डिप्टी मेयर और रजिंदर सिंह ने डिप्टी मेयर पद पर जीत हासिल की है। बता दें कि बीजेपी की जीत पहले से ही पक्की मानी जा रही थी, क्योंकि आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए थे। हालांकि इसके बावजूद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता इन पदों पर जीत का दावा कर रहे थे।
बीजेपी उम्मीदवार की हुई जीत
बता दें कि बीजेपी की उम्मीदवार कुलजीत संधू को इस चुनाव में 19 वोट मिले जबकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार को 16 वोट मिले। एक वोट अवैध घोषित किया गया। सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के वोटिंग के पहले बीजेपी के पास 17 वोट थे और चंडीगढ़ से बीजेपी की सांसद किरण खेर हैं। ऐसे में वह भी वोटर थी। इस प्रकार कुल बीजेपी को 18 वोट मिले थे। लेकिन कुलजीत संधू को 19 वोट मिले हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के एक पार्षद ने क्रॉस वोटिंग की है और बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया है।
चंडीगढ़ सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन की ओर से सीनियर डिप्टी मेयर के लिए गुरप्रीत गाबी और डिप्टी मेयर के लिए निर्मला देवी को प्रत्याशी बनाया था। इस बीच खबर ये भी आई कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों ने मतपत्रों में छेड़छाड़ का आरोप लगाया और फिर सदन से निकल गए।
जानिए क्या है बहुमत का आंकड़ा
बता दें कि चंडीगढ़ में 35 पार्षद हैं और एक सांसद होता है। ऐसे में कुल 36 वोट हैं। बीजेपी को बहुमत के लिए 19 वोटों की जरूरत थी और उसे वह मिल गया। जबकि इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को महज 16 वोट मिले।
चंडीगढ़ के मेयर कुलदीप कुमार की अध्यक्षता में चुनाव कराया गया है। ये चुनाव पहले 27 फरवरी को होने थे लेकिन कुलदीप कुमार की अनुपस्थिति के कारण यह नहीं हो पाया। 20 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने मेयर चुनाव के नतीजे को पलट दिया था और कुलदीप कुमार को चंडीगढ़ का मेयर घोषित किया था। इससे बीजेपी को करारा झटका लगा था।
