भाजपा ने गुरुवार को त्रिपुरा विधानसभा चुनाव (Tripura Assembly elections) में जोरदार जीत हासिल की। जबकि पार्टी मेघालय और नागालैंड में सत्ताधारी गठबंधन में एक जूनियर पार्टनर के रूप में सत्ता में लौटने की ओर अग्रसर दिख रही है। त्रिपुरा में बीजेपी ने 32 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं नागालैंड में बीजेपी अपनी गठबंधन सहयोगी नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ सत्ता में वापस लौटने को तैयार है। मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। एनपीपी और बीजेपी ने राज्य में पांच साल तक एक साथ शासन किया, लेकिन चुनाव अलग-अलग लड़े। दोनों ने कहा है कि वे फिर से साथ आएंगे।

त्रिपुरा के नतीजे बीजेपी की लोकप्रिय स्वीकृति को रेखांकित करते हैं, भले ही इसकी सीटों की संख्या पांच साल पहले 36 से घटकर 32 हो गई। भाजपा के टिपरा मोथा के उभरने को लेकर भी चिंतित होने की संभावना है, जिसने 13 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि बीजेपी के आदिवासी सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) ने पिछली बार आठ सीटों के मुकाबले इस बार सिर्फ एक पर जीत हासिल की। भाजपा के सबसे प्रमुख आदिवासी चेहरे और उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा (Deputy Chief Minister Jishnu Dev Varma) चारिलम निर्वाचन क्षेत्र में अपने टिपरा मोथा प्रतिद्वंद्वी सुबोध देब बर्मा से 858 मतों से हार गए।

लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को 14 सीटों पर कामयाबी मिली। 2018 में लेफ्ट ने 16 सीटें जीती थीं जब उसने अपने दम पर चुनाव लड़ा था जबकि कांग्रेस अपना खाता खोलने में विफल रही थी। गुरुवार को जब मतगणना चल रही थी, तब त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों से हिंसा की कम से कम 25 घटनाओं की सूचना मिली थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमारे पास प्राथमिकी और गिरफ्तारी की कोई रिपोर्ट नहीं है।”

मेघालय में एनपीपी ने 26 सीटें जीतीं। हालांकि बहुमत नहीं मिला। वहीं पार्टी की पुरानी सहयोगी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) ने 2018 में छह सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार पार्टी ने 11 सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा ने भी एनपीपी को अपना समर्थन दिया है। नतीजों के कुछ घंटों बाद इस क्षेत्र के लिए बीजेपी के पॉइंट पर्सन और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया कि पार्टी सीएम कॉनराड संगमा को समर्थन देगी। हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया कि कॉनराड संगमा ने नई सरकार के गठन में समर्थन के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया था। उसके बाद भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भाजपा की राज्य इकाई को सरकार गठन में एनपीपी का समर्थन करने की सलाह दी।

नागालैंड में एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन ने अपनी संख्या 29 से बढ़ाकर 37 कर ली और अन्य पार्टियों के समर्थन की आवश्यकता के बिना सत्ता में वापसी के लिए तैयार है। 92.78 प्रतिशत वोट शेयर के साथ अपने निर्वाचन क्षेत्र उत्तरी अंगामी II से जीतने वाले नेफ्यू रियो पांचवी बार मुख्यमंत्री के रूप में वापसी करने के लिए तैयार हैं।