प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव इन दिनों अखिलेश यादव से फिर से नाराज बताए जा रहे हैं। बता दें कि शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के टिकट पर यूपी की जसवंतनगर विधानसभा से विधायक चुने गये हैं। लेकिन बीते दिनों सपा के विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाए जाने पर वो सपा प्रमुख अखिलेश यादव से नाराज हैं।
ऐसे में अब उनके भाजपा में जाने को लेकर अटकलें चल रही हैं। वहीं सोमवार को शिवपाल यादव ने भगवान श्री राम की स्तुति वाला ट्वीट किया। जिसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। बता दें कि यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या से इससे जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जो भी आज तक राम भक्ति से दूर रहते थे, आज राम भक्ति कर रहे हैं, उन सबका स्वागत है।
क्या था शिवपाल यादव का ट्वीट: बता दें कि 4 अप्रैल की सुबह शिवपाल यादव ने भगवान राम दरबार की एक फोटो ट्विटर पर शेयर की। उन्होंने लिखा, “प्रातकाल उठि कै रघुनाथा। मातु पिता गुरु नावहिं माथा॥ आयसु मागि करहिं पुर काजा। देखि चरित हरषइ मन राजा॥ भगवान राम का चरित्र ‘परिवार, संस्कार और राष्ट्र’ निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला है। चैत्र नवरात्रि आस्था के साथ ही प्रभु राम के आदर्श से जुड़ने व उसे गुनने का भी क्षण है।”
बता दें कि इस ट्वीट के बाद से शिवपाल यादव का झुकाव भाजपा के प्रति माना जा रहा है। वहीं इससे पहले उन्होंने सीएम योगी से मुलाकात भी की थी। जिसके बाद उनके भाजपा में शामिल होने के कयास लगाये जाने लगे थे। हालांकि शिवपाल सिंह यादव के खेमे ने इसे महज शिष्टाचार भेंट बताया।
चुनाव आते हुई थी सुलह: बता दें कि शिवपाल यादव और अखिलेश यादव में 2012 के बाद से लगभग पांच सालों तक विवाद चलता रहा। वहीं 2022 विधानसभा चुनाव आते-आते शिवपाल और अखिलेश के बीच सुलह हो गई थी। नतीजा ये रहा कि शिवपाल यादव जसवंतनगर से सपा के चुनाव निशान पर मैदान में उतरे और जीते भी।
वहीं चुनाव जीतने के बाद दोनों के बीच फिर मामला का जस का तस नजर आ रहा है। बता दें कि नतीजों के बाद जब समाजवादी पार्टी ने विधायक दल की बैठक बुलाई तो शिवपाल यादव को उसमें नहीं बुलाया गया। इसको लेकर सपा की तरफ से कहा गया कि यह बैठक सपा के विधायकों की थी, न कि सहयोगी दल के नेताओं की। शिवपाल हमारे सहयोगी दल के नेता हैं।
इसी के बाद से ही शिवपाल सिंह यादव अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे हैं और तब से ही शिवपाल यादव के बीजेपी में शामिल होने की खबरें चल रही हैं। हालांकि मीडिया से बात करते हुए शिवपाल यादव साफ कर चुके हैं कि इसपर जब भी फैसला होगा, बताया जाएगा। वहीं शिवपाल यादव की ‘राम भक्ति’ को लेकर केशव प्रसाद मौर्य ने भी बड़ा बयान देकर यूपी की सियासत में गर्मी पैदा कर दी है।