टीम अण्णा के सदस्य रहे अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से दिल्ली विधानसभा चुनावों में कड़ी चुनौती का सामना कर रही भाजपा ने तुरुप का इक्का फेंकते हुए अण्णा हजारे टीम की ही एक अन्य महत्त्वपूर्ण योद्धा रहीं किरण बेदी को अपनी जमात में शामिल कर लिया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बेदी को पार्टी में शामिल करने की घोषणा करने के साथ एलान किया कि वे दिल्ली विधानसभा का चुनाव भी लडेंÞगीं। शाह ने हालांकि उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बारे में अपने पत्ते नहीं खोलते हुए कहा कि इसका निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा।
भाजपा मुख्यालय में शाह, के ंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और हर्षवर्धन की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए बेदी ने कहा कि उनके पास 40 साल का प्रशासनिक अनुभव है और वह इस अनुभव को दिल्ली को भेंट करने आई हैं। दिल्ली को एक मजबूत और स्थिर सरकार की जरूरत है। दिल्ली में बहुत-सी बुराइयां हैं। मुझे अनुभव है। मुझे काम करना और काम करवाना आता है। हम दिल्ली को हिंदुस्तान का दिल बनाएंगे।
Delhi and Delhites do not deserve this kind of prolonged negativity. The Capital needs integrity wisdom,experience,vision and implementation
— Kiran Bedi (@thekiranbedi) January 15, 2015
जेटली ने स्वीकार किया कि भाजपा ने इस उद्देश्य से बेदी के साथ संपर्क बनाया हुआ था। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ये अटकलें लगती रही हैं कि सामाजिक कार्यों से जुड़ी बेदी क्या राजनीतिक तंत्र के माध्यम से भी समाजसेवा का नया दायित्व संभालेंगी। उनके आ जाने से भाजपा को विश्वास है कि पार्टी को और ताकत मिलेगी। भाजपा के इस कदम को सात फरवरी को होने जा रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को घेरने के रूप में देखा जा रहा है। बेदी और केजरीवाल दोनों ही अण्णा हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की टीम के प्रमुख चेहरे रहे हैं।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में किरण बेदी ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। (फोटो: भाषा)
बेदी को पार्टी ने औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने से तो फिलहाल इनकार किया है, लेकिन उन्हें इस पद के प्रमुख दावेदारों में शामिल होने का संकेत देते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के सभी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं और अब किरण बेदी भी भाजपा की कार्यकर्ता हैं। यह पूछने पर कि क्या उन्हें केजरीवाल की टक्कर में लाया गया है, शाह ने कहा- किसी की टक्कर में उन्हें नहीं लाया गया है, न वह किसी की टक्कर में आई हैं। वे भाजपा के एजंडे को जानकर, अव्यवस्था दूर करने और जनता को अच्छा प्रशासन देने के लिए पार्टी में आई हैं। उन्होंने कहा कि बेदी के आने से दिल्ली भाजपा को बहुत मजबूती मिलेगी और इससे दिल्ली के चुनाव में जनता की अपेक्षाओं की पूर्ति के लिए बेदी के रूप में एक अच्छा साझीदार मिलेगा और आने वाले दिनों में नई सरकार बनने में उनका रचनात्मक योगदान बहुत काम आएगा। बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के सवालों का सीधा जवाब नहीं देते हुए कहा, भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि किरण बेदी निश्चित तौर पर चुनाव लड़ेंगी, लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला भाजपा संसदीय बोर्ड करेगा। थोड़ी राह देखिए। आज इतना ही काफी है कि वे भाजपा से जुड़ी हैं और चुनाव लड़ेंगी।
.@PMOIndia all out to revive India’s economy to bring resources for our aspiring generations. Thank you God! India. Saved from the brink..
— Kiran Bedi (@thekiranbedi) January 11, 2015
यह पूछने पर कि उन्हें कहां से टिकट दिया जाएगा, शाह ने कहा- यह तय किया जाना अभी बाकी है। बेदी ने कहा कि उन्होंने अपने 40 साल के प्रशासनिक अनुभव के दौरान हजारों को प्रशिक्षित किया। उन्होंने कहा कि ऐसा करते हुए उन्होंने लोगों से बहुत कुछ सीखा भी। अब अपने 40 साल के इस अनुभव को मैं दिल्ली को भेंट करने भाजपा में आई हूं।
उन्होंने कहा कि वे अब मिशन मोड में हैं और अपनी पूरी ऊर्जा देश को समर्पित करेंगी। इसके लिए भाजपा की ओर से अवसर दिए जाने पर उन्होंने पार्टी का धन्यवाद किया। जेटली ने कहा कि दिल्ली में ये अटकलें लगती रही हैं कि सामाजिक कार्यों से जुड़ी बेदी क्या राजनीतिक तंत्र के माध्यम से भी समाज की सेवा का नया दायित्व संभालेंगी।
उन्होंने कहा कि बेदी दिल्ली ही नहीं पूरे देश में जानी जाती हैं। प्रशासन का उनका बहुत अधिक अनुभव है। उनकी अपनी विश्वसनीयता है और सरकार (प्रशासन) में रहते और रिटायर होने पर भी उनकी छवि एक योद्धा के रूप में रही है।