असम में मिली जीत से उत्साहित भाजपा अगले वर्ष उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जिसके मद्देनजर शर्मा ने कहा कि पार्टी के नेता राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में चुनावों को ‘‘विशेष कार्य के रूप में देख रहे हैं जिसे पूरा करना है।’’
लोकसभा चुनावों में उत्तरप्रदेश में कड़ी मेहनत करने के लिए केन्द्र में मंत्री पद से नवाजे गए शर्मा ने कहा कि प्रचार के दौरान भाजपा का मुख्य मुद्दा विकास, अच्छा प्रशासन और भ्रष्टाचार को खत्म करना होगा न कि राम मंदिर। उन्होंने कहा कि पार्टी राम मंदिर को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहेगी।
शर्मा ने कहा, ‘‘राम मंदिर का निर्माण लाखों लोगों की इच्छा है। हम इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहते। यह हमारे राजनीतिक एजेंडा में शामिल नहीं है। लेकिन इस देश के लोग अयोध्या में राम मंदिर चाहते हैं। हम इसे या तो सर्वसम्मति से या अदालत के फैसले के आधार पर करना चाहते हैं।’’ उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा को उत्तरप्रदेश में 403 सीटों में से 265 सीटों पर जीत मिलेगी।
यह पूछने पर कि विधानसभा चुनावों में क्या भाजपा किसी दल से गठबंधन करेगी, शर्मा ने कहा, ‘‘हम किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेंगे चाहे लोक दल ‘आईएनएलडी’ हो या कोई और पार्टी। किसी भी तरह का चुनाव से पहले या चुनाव बाद का गठबंधन नहीं होगा।’’
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अगर पार्टी राज्य में सत्ता में आती है तो क्या वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी का नेतृत्व जो भी जिम्मेदारी तय करेगा उसे निभाने के लिए मैं तैयार हूं।
नागर विमानन, पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री हमारे अभिभावक की तरह हैं। उन्होंने मुझे तीन मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी। मैं उनके साथ न्याय करने का प्रयास कर रहा हूं। वह या मेरा पार्टी नेतृत्व या मेरा संसदीय बोर्ड जो भी जिम्मेदारी मुझे देता है वह मैं निभाने को तैयार हूं।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा नेतृत्व निर्णय करेगा कि चुनावों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की जाए अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि पार्टी कुछ समय से विधानसभा चुनावों के लिए काम कर रही है क्योंकि यह काफी महत्वपूर्ण चुनाव होने वाला है। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी नेता उत्तरप्रदेश चुनावों को ‘‘विशेष कार्य’’ के रूप में लेंगे।
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राज्य की समाजवादी पार्टी सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के लोग उन्हें ‘‘बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अराजकता’’ के लिए दंडित करेंगे। उन्होंने पूर्ववर्ती मायावती सरकार को ‘‘भ्रष्टाचार का प्रतीक’’ करार दिया और कहा कि लोग उनकी पार्टी को भी वोट नहीं देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम केंद्र की उपलब्धियों को उजागर करते हुए लोगों से वोट मांगेंगे। हम अच्छा प्रशासन देने में सफल रहे हैं, हम विकास करने में सक्षम रहे हैं, पारदर्शिता सुनिश्चित की है। हम राजनीतिक व्यवस्था, प्रशासन में लोगों का विश्वास बहाल कर पाए हैं। हम इसे उजागर करेंगे।’’ शर्मा ने कहा कि भाजपा उत्तरप्रदेश को तेजी से विकसित राज्य बनाना चाहती है।
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उन्होंने कहा, ‘‘उत्तरप्रदेश के लोग जानते हैं कि बैलगाड़ी के दो पहिये की तरह एक पहिया ‘मोदी सरकार‘ केंद्र में है जो मजबूत है। वे चाहते हैं कि उत्तरप्रदेश में दूसरा पहिया भी मजबूत बने। वे देखना चाहते हैं कि दोनों जगहों पर भाजपा की सरकार हो ताकि उत्तरप्रदेश में विकास को सुनिश्चित किया जा सके जो लंबे समय से पिछड़ा हुआ है।’’