एशिया कप 2023 में इंडियन क्रिकेट टीम को पाकिस्तान नहीं भेजने के फैसले पर असदुद्दीन ओवैसी के बयान से नया विवाद शुरू हो गया है। इसी मुद्दे पर हो रही एक टीवी डिबेट में बीजेपी समर्थक शिवम त्यागी ने कहा कि जिन्होंने हिंदुस्तान को तोड़ने की कोशिश की, वो बता रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ खेलें या नहीं।
उन्होंने कहा कि यह काम गृह मंत्रालय का है और मुझे लगता है कि वो बेहतर तरीके से कर सकते हैं। उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा, “एआईएमआईएम का इतिहास हमेशा से देश को तोड़ने का रहा है और वो आज तक यही काम कर रहे हैं। जिन्होंने एक समय में हैदराबाद को देश से अलग करने की कितनी कोशिश की, अगर सरदार पटेल ने ऑपरेशन पोलो चलाकर इनके हाथ नहीं काटे होते तो ये पहुंच गए थे इंग्लैंड से गोला-बारूद लेने। लड़ते हिंदुस्तान की सेना से और करते इस देश को अलग और ये आज हमें बता रहे हैं कि हम सेक्यूलर हैं।”
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा और कहा, “जय शाह (बीसीसीआई सचिव) के बारे में एक बात कही गई कि इस तरह की बातें नहीं होनी चाहिए, उन्हें हिंदी भी नहीं आती, इंग्लिश भी नहीं आती। मुझे लगता है कि का-का, छी-छी वाले इस तरह की बात ना करें, उनको भी बहुत सारी भाषाएं नहीं आतीं, इसका मतलब ये थोड़े है कि वह नेता नहीं रहीं। नेता हैं ममता बनर्जी, भाषा नहीं आती बात अलग है।”
शिवम त्यागी ने यह भी कहा, “ऐसा बोला गया कि यह शर्मनाक बात है कि जय शाह ने इस तरह का बयान दिया। नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन की रिपोर्ट कहती है कि क्या आतंक चल रहा है वहां पर रूल ऑफ लॉ नहीं है वहां पर। महिला और बच्चियों का बलात्कार करने वाले लोग सरकार उनको किस तरह से संरक्षण दे रही है और कोर्ट की कैसी-कैसी टिप्पणी है। मुझे तो लगता है कि अपमान तो देश का उससे ज्यादा होता है।”
बता दें कि बीसीसीआई सचिव जय शाह, जो एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि भारत महाद्वीपीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि एशिया कप के लिए एक तटस्थ स्थान तय किया जाएगा।