भाजपा जिले में अपनी खोई राजनीतिक जमीन की तलाश में जुटी है। पिछले दो विधान सभा चुनावों में उसके प्रत्याशी मुख्य मुकाबले में नहीं आ सके थे। जल्द ही होने वाले पंचायत चुनाव में इस बार पार्टी अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेगी। जिला पंचायत पर पार्टी का खास फोकस है। इस पंचायत के लिए 46 सदस्यों का चुनाव होना है।
हर वार्ड से पार्टी की उम्मीदवारी की चाहत रखने वाले कई कई दावेदार हैं। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव पार्टी चुनाव चिन्ह पर नहीं होते। पार्टी फिर भी प्रत्येक वार्ड से अपना एक उम्मीदवार अधिकृत करके मतदाताओं के बीच उसे पार्टी उम्मीदवार के रूप में पेश करेगी। ये सदस्य ही जिला पंचायत अध्य्क्ष का चुनाव करते हैं। विकास और निर्माण के अनेक कार्य जिला पंचायत द्वारा संपन्न किए जाते हैं।
उत्तर प्रदेश की सत्ता से लंबे समय से बाहर भाजपा की नजर 2017 के राज्य विधान सभा के चुनाव पर है। पंचायत चुनाव के जरिये पार्टी कार्यकर्ताओं को बड़ी लड़ाई के लिए सक्रिय और तैयार करना चाहती है। पार्टी की कोशिश है कि पंचायत के अन्य स्तर के चुनावों के लिए भी हर क्षेत्र से एक चेहरे को पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के रूप में पेश किया जा सके।
राम लहर में उतार के साथ जिले में पार्टी के सितारे डूब गए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बीच पार्टी की जिले में वापसी के संकेत मिले। पार्टी उम्मीदवार वरुण गांधी ने लंबे अंतर से सुल्तानपुर सीट पर जीत हासिल की थी। इससे पहले आखिरी बार 1998 में पार्टी इस सीट पर जीती थी।
गांधी परिवार का सदस्य होने के कारण वरुण का कद बड़ा है। पर दिक्कत ये है कि वरुण के नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी से रिश्ते अच्छे नही हैं। इसके चलते स्थानीय नेताओं कार्यकर्ताओं को परेशानी होती है। अमित शाह ने वरुण को अपनी टीम में जगह नही दी थी। उससे पहले राजनाथ सिंह के अध्यक्षीय कार्यकाल में वरुण महामंत्री थे। पार्टी नेतृत्व और वरुण के बीच दूरियों के कारण लोगों को लगता है कि सांसद के रूप में वे अपने निर्वाचन क्षेत्र को वह सब नहीं दिला पा रहे हैं जो केंद्र से जिले को मिल सकता था। स्वाभाविक रूप से आने वाले चुनावों में जिले में पार्टी को इसका नुकसान हो सकता है।
उधर पार्टी की स्थानीय इकाई अपनी सक्रियता को काफी तेज किए हुए है। लोकसभा चुनाव की जीत के कारण 2017 के विधान सभा चुनाव में टिकट के दावेदारों की भीड़ है। वे पार्टी के कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्स ले रहे हैं। 19 जुलाई को पार्टी के प्रस्तावित कार्यालय भवन का भूमि पूजन कार्यक्रम होगा। इस मौके पर उप्र के प्रभारी सुनील बंसल सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित रहेंगे। पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में हिस्सेदारी की तैयारी है। जल्दी ही होने वाले पंचायत चुनाव और अगले विधान सभा चुनाव की तैयारी की इस कार्यक्रम में खास तौर पर चर्चा होगी।
राज खन्ना