अगले कुछ महीनों में यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। इसमें यूपी के अलावा पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा भी शामिल हैं, लेकिन सबसे दिलचस्प और महत्वपूर्ण चुनाव यूपी का है। इसको लेकर भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा सहित अन्य दल तैयारी में जुट गए हैं। टीवी चैनलों पर इसको लेकर लगातार बहस भी चल रही है। फिलहाल सभी दलों में कौन कितने टिकट महिलाओं को देगा, इस पर बहस हो रही है।

न्यूज चैनल आज तक पर एंकर अंजना ओमकश्यप के साथ डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से पूछा कि क्या कांग्रेस की तर्ज पर उनकी पार्टी भी यूपी में चालीस फीसदी टिकट महिलाओं को देगी।

इस पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जरूर ऐसा होगा, लेकिन पहले आप बताइए कि क्या आपकी पार्टी पंजाब में ऐसा करेगी। वहां तो आप मजबूत स्थिति में हैं। यूपी में तो आपकी पार्टी की स्थिति “न लोटा न थाली” वाली है। इस पर बताइए।

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि प्रियंका गांधी ने तो घोषणा की थी कि वे 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देंगी। वे तो पचास देना चाहती थीं, लेकिन पार्टी में आम सहमति नहीं बन पाई। इसलिए ऐसा नहीं हो पाया। राष्ट्रीय महासचिव के तौर पर प्रियंका गांधी अपने स्तर से लगातार महिलाओं के लिए संघर्ष कर रही हैं। कहा कि पार्टी महिलाओं के सम्मान के लिए हमेशा आगे बढ़कर काम किया है।

दूसरी तरफ इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि उनकी पार्टी ने तो महिलाओं के लिए बहुत काम किया है। छात्राओं को लैपटॉप दिए। महिला सुरक्षा के लिए 1029 नंबर जारी किए। पुलिस सुरक्षा बढ़ाई, महिलाओं के लिए कई नए तरह के रोजगार शुरू किए। लेकिन जब एंकर ने उनसे पूछा कि उनकी पार्टी टिकट देगी कि नहीं तो वे सवाल को टालते रहे।

हालांकि यूपी चुनाव देश का सबसे बड़ा चुनाव है और सभी दलों की कोशिश इस राज्य में अधिक से अधिक सीटें जीतने की होती हैं, लेकिन फिलहाल मुख्य मुकाबले में सत्तारूढ़ भाजपा और समाजवादी पार्टी ही दिख रही है। कांग्रेस और बसपा का कोई खास असर नहीं दिख रहा है। लेकिन सभी दल जीत की उम्मीद में मैदान में उतरने की तैयारी में लगे हैं।