राफेल डील पर फ्रेंच मैगजीन के नए खुलासे के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान कहा कि आज सारी सच्चाई सामने आ गई, जो हुआ 2007 से 2012 के बीच हुआ है। इस खुलासे पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि भ्रष्ट केंद्र के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।

उन्होंने कहा कि आज हम आपके सामने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज रखने वाले हैं, ताकि भ्रष्टाचार किसके कालखंड में हुआ ये बताएगा। फ्रांस के एक मीडिया संस्थान ने कुछ वक्त पहले ये खुलासा किया कि राफेल में भ्रष्टाचार हुआ था। मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने कहा- “2019 के चुनावों से पहले विपक्षी दलों ने, खासकर कांग्रेस पार्टी ने जिस प्रकार से एक झूठा माहौल बनाने की चेष्टा राफेल को लेकर किया था वो हम सभी ने देखा था। उनको लगता था कि इससे उनको कोई राजनीतिक फायदा होगा”।

पात्रा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि राफेल का विषय कमीशन की कहानी थी, बहुत बड़े घोटाले की साजिश थी। ये पूरा मामला 2007 से 2012 के बीच हुआ। उन्होंने इस दौरान राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा- “राहुल गांधी जी जवाब दें – राफेल को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश आपने और आपकी पार्टी ने इतने वर्षों तक क्यों किया? आज ये खुलासा हुआ है कि उन्हीं की सरकार में पार्टी ने 2007 से 2012 के बीच में राफेल में ये कमीशनखोरी हुई है, जिसमें बिचौलिए का नाम भी सामने आया है”।

उधर राहुल गांधी ने भी फ्रेंच मैगजिन के इस खुलासे पर कहा कि जब पग-पग पर सत्य साथ है, तो फिक्र की क्या बात है? मेरे कांग्रेस साथियों- भ्रष्ट केंद्र सरकार के खिलाफ ऐसे ही लड़ते रहो। रुको मत, थको मत, डरो मत!

वहीं संबित पात्रा के आरोपों को जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि मोदी सरकार ने देश का सबसे बड़ा रक्षा घोटाला किया है। इसमें 526 करोड़ की डील 1600 करोड़ रुपये से ज्यादा में की गई, वो भी बिना टेंडर के। कमीशन को लेकर जांच हो वो किसे मिला है।

बता दें कि फ्रांसीसी ऑनलाइन पत्रिका मीडियापार्ट ने रविवार को दावा किया था कि डसॉल्ट एविएशन ने इस डील के लिए भारतीय बिचौलिए सुशेन गुप्ता को कम से कम 65 करोड़ रुपये दिए गए। ताकि कंपनी, भारत के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा हासिल कर सके। इसकी जानकारी सीबीआई को भी थी, और ईडी को भी, लेकिन इन एजेंसियों ने इस मामले पर कोई एक्शन नहीं लिया।