कृषि क़ानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध जारी है। आठवें दौर की बातचीत होने के बावजूद भी कोई हल नहीं निकल पाया है। अब तो किसान 26 जनवरी को निकलने वाले ट्रैक्टर परेड के रिहर्सल में भी जुट गए हैं। किसानों के मुद्दे पर एक टीवी चैनल में बहस के दौरान जब शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि बीजेपी के पास है ही क्या जो उनके साथ रहा जाये। इस पर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि आप यह बताएं कि आपको यह दिव्य ज्ञान कब मिला।
दरअसल टीवी डिबेट के दौरान मनजिंदर सिंह सिरसा ने अकाली दल और भाजपा के गठबंधन टूटने को लेकर कहा कि बीजेपी के पास टुकड़े टुकड़े गैंग जैसे बेकार मुद्दे ही हैं इसलिए उनके साथ रहने में कोई फायदा नहीं था। इसपर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने जवाब देते हुए कहा कि सिरसा जी आपकी पार्टी हमारे साथ दशकों दशकों तक रही लेकिन आज आप कह रहे हैं कि हमारे पास है ही क्या। कम से कम रिश्तों का इतना सम्मान रखिये कि जब दोबारा नजर मिले तो शर्मिंदा ना होना पड़े। इसके अलावा गौरव भाटिया ने कहा कि आपको यह दिव्य ज्ञान कब हुआ। जब 6 जून 2020 को अध्यादेश आया तो आपकी पार्टी के नेताओं ने तो कहा कि यह कानून तो बहुत अच्छे हैं। लेकिन जब 27 सितंबर को जब आपने एनडीए छोड़ा तो आपको यह दिव्य ज्ञान हुआ कि ये कानून अच्छे नहीं हैं।
अकाली दल के अलावा टीवी डिबेट में गौरव भाटिया ने किसान नेता राकेश टिकैत पर भी हमला बोला और कहा कि जब यह अध्यादेश आया था तब उन्होंने कहा था कि किसानों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। लेकिन अब कुछ लोग यूटर्न ले चुके हैं। क्योंकि उनके अपने हित नहीं सध रहे हैं।
आपको बता दूँ कि किसान पिछले साल के 26 नवंबर से ही दिल्ली के अलग अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं। वे सरकार द्वारा पारित किये गए तीनों कृषि क़ानूनों की निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। सरकार के साथ हो रही वार्ता को लेकर किसान नेताओं ने कहा है कि चाहे भले ही सरकार बातचीत को लम्बा खींच कर आन्दोलनकारियों को अलग थलग करने का प्रयास कर रही हो लेकिन वे डिगने वाले नहीं हैं। इतना ही नहीं किसानों ने माँगें नहीं मानने पर गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च का ऐलान कर रखा है. किसानों के साथ अगले दौर की बैठक 15 जनवरी को होगी।