तीन तलाक बिल को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्षियों पर बड़ा हमला बोला है। गुरुवार को पार्टी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोग मुस्लिम महिलाओं के शोषण में शामिल होना चाहते हैं। ये लोग तीन तलाक बिल का विरोध कर रहे हैं। ऐसा कर वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले की अनदेखी कर रहे हैं। आपको बता दें कि तीन तलाक को प्रतिबंधित करने और विवाहित मुस्लिम महिलाओं के अधिकार सुरक्षित करने से संबंधित ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2017 को सरकार ने गुरुवार को लोकसभा में पेश किया। विधेयक पर सदन में चर्चा भी हुई। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस विधेयक को पेश किया। इससे पहले विधेयक पेश किए जाने का विरोध करते हुए एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि यह विधेयक संविधान की अवहेलना करता है और कानूनी रूपरेखा में उचित नहीं बैठता।
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा पाव ने इस बाबत कांग्रेस और ओवैसी पर पलटवार किया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, “कांग्रेस और ओवैसी जैसे लोग, जो ट्रिपल तलाक बिल इसके प्रावधानों का विरोध कर रहे हैं। वे असल में मुस्लिम महिलाओं के शोषण की राजनीति में शामिल हो रहे हैं। वे चाहते हैं कि संविधान के तहत मुस्लिम महिलाएं मूल अधिकार से वंचित रखी जाएं। वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी नजरअंदाज कर रहे हैं। राहुल गांधी, ओवैसी और ममता बनर्जी ऐसा कर गलत कर रहे हैं, जिसकी आलोचना की जानी चाहिए।” वीडियो में सुनिए आगे क्या कहा उन्होंने-
'Like the Congress and Owaisi, who are opposing the Triple Talaq Bill and its provisions, are actually wanting to indulge in exploitation of Muslim women', says @GVLNRAO , Spokesperson, BJP on #TeenTalaqBillBlockade pic.twitter.com/09cGuxWC0C
— TIMES NOW (@TimesNow) December 28, 2017
ओवैसी ने इससे पहले यह भी कहा था कि मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय के मामलों से निपटने के लिए घरेलू हिंसा कानून और आईपीसी के तहत अन्य पर्याप्त प्रावधान हैं और इस तरह के नए कानून की जरूरत नहीं है। उनके अनुसार, यह विधेयक पारित होने और कानून बनने के बाद मुस्लिम महिलाओं को छोड़ने की घटनाएं और अधिक बढ़ जाएंगी। हालांकि, सभी आपत्तियों को खारिज करते हुए कानून मंत्री प्रसाद ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है जो इस सदन में मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए विधेयक पेश किया जा रहा है।