उत्तरप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने राज्य के कैबिनेट मंत्रियों से योगी आदित्यनाथ सरकार के बारे में फीडबैक लिया। केंद्रीय नेताओं को दिए फीडबैक में मंत्रियों ने योगी सरकार की तारीफ़ की। साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा था।

2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार भाजपा के सीनियर नेताओं ने उत्तरप्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ बैठक की। कोरोना महामारी के दौरान योगी सरकार की बिगड़ी छवि, पंचायत चुनाव में मिली करारी हार और जमीनी कार्यकर्ताओं में नाराजगी के बीच भाजपा नेताओं का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा था। साथ ही यह भी अंदेशा लगाया जा रहा था कि आने वाले में चुनाव में नेतृत्व परिवर्तन और बड़ा फेरबदल हो सकता है। लेकिन दिल्ली से लखनऊ आए भाजपा के सीनियर नेताओं ने इन संभावनाओं को खारिज कर दिया।

उत्तरप्रदेश के भाजपा प्रभारी राधा मोहन सिंह ने कहा कि मीटिंग में कोरोना महामारी के दौरान पार्टी के नेताओं द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की समीक्षा की गई। साथ ही उन्होंने नेतृत्व परिवर्तन के सवाल पर कहा कि यह सिर्फ किसी की कल्पना हो सकती है और वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि आमतौर पर यह मीटिंग महीने में दो बार होती है लेकिन कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए यह मीटिंग काफी दिनों के बाद बुलाई गई। राधा मोहन सिंह ने कोरोना प्रबंधन को लेकर योगी सरकार की पीठ भी थपथपाई और कहा कि सभी राज्यों की तुलना में यहां अच्छा काम हुआ है।  

 

भाजपा के सीनियर नेताओं के दौरे के दूसरे दिन संगठन महासचिव बीएल संतोष ने उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा से भी मुलाक़ात की। मीटिंग के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 2020 में होने वाले चुनाव में 300 से ज्यादा सीट लाने और अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर चर्चा हुई। यह बैठक संगठनात्मक ढ़ांचे को मजबूत करने के लिए बुलाई गई थी। वहीं दिनेश शर्मा ने कहा कि मीटिंग के दौरान सीनियर नेताओं ने उनसे कोरोना प्रबंधन को लेकर चर्चा की।

संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ बैठक में शामिल रहे उत्तरप्रदेश सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मीटिंग के बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि बैठक में पार्टी कैडर और सरकार के बीच सामंजस्य बिठाने को लेकर चर्चा की गई। साथ ही उन्होंने यह भी साफ़ करते हुए कहा कि मीटिंग के दौरान किसी भी खास व्यक्ति के बारे में कोई भी फीडबैक नहीं लिया गया। मंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक के बाद बीएल संतोष ने योगी सरकार की तारीफ़ करते हुए एक ट्वीट किया।

बीएल संतोष ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बीते पांच हफ़्तों में योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी लाई। जबकि यह 20 करोड़ से अधिक आबादी वाला राज्य है. योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया। जबकि नगरपालिका के मुख्यमंत्री 1.5 करोड़ आबादी वाले शहर में कोरोना प्रबंधन ठीक से नहीं कर सके। भाजपा नेता बीएल संतोष का इशारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ था।