लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल (CAB) 2019 के पक्ष में मतदान करने और राज्य सभा से शिवसेना के वॉकआउट पर भाजपा नेता गदगद हैं। पार्टी के दिग्गज नेता और राज्य सभा सासंद सुब्रमण्यम स्वामी ने शिवसेना की प्रशंसा करते हुए बुधवार (11 दिसंबर, 2019) को ट्वीट भी किया। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने अपनी हिंदुत्व विचारधारा को पीछे नहीं छोड़ा है। बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे भाजपा से मतभेद के चलते शिवेसना ने गठबंधन तोड़ लिया और कांग्रेस-एसीपी के समर्थन से राज्य में सरकार बनाई।

राज्यसभा में CAB के खिलाफ ना जाने पर स्वामी ने ट्वीट में लिखा, ‘CAB के मामले में शिवसेना का हिंदुत्व की विचारधारा के साथ टिके रहना अच्छा लगा। समय है भाजपा फिर से शिवसेना से बातचीत शुरू करे।’ राज्य सभा सांसद ने ट्वीट में आगे कहा, ‘शिवसेना ढाई साल के लिए सीएम पद अपने पास रख सकती है।’

उल्लेखनीय है कि 245 (हालांकि वर्तमान में सदस्यों की संख्या 240 है।) सीटों वाली राज्य सभा में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत नहीं था और पार्टी को नागरिकता संशोधित बिल पास कराने के लिए सहयोगियों के अलावा दूसरी पार्टियों के समर्थन की भी जरुरत थी। ऐसे में लोकसभा में बिल का समर्थन वाली शिवसेना ने विरोध के संकेत देकर सत्तापक्ष की चिंताएं बढ़ा दीं।

दरअसल राज्यसभा में सत्तापक्ष भाजपा के 83 सांसद हैं जबकि सहयोगी जेडीयू के छह और अकाली दल के तीन सदस्य हैं और एलजेपी का एक सांसद है। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा पूरा नहीं होता। हालांकि बिल का आरपीआई, बीपीएफ, एनपीएफ, एजीपी, एसडीएफ, एआईएडीएमके, पीएमके, वाईएसआरसीपी, डीडीपी और बीजेडी के सात सांसदों ने समर्थन किया।

इसी बीच शिवसेना के वोटिंग से बहिष्कार के बाद भाजपा की मुश्किलें और भी आसान हो गईं, पार्टी ने आराम से बहुमत से अधिक 125 सांसद का समर्थन पा लिया। बिल के खिलाफ कुल 109 वोट पड़े, जिसमें मुख्यविपक्षी दल कांग्रेस के 46 सदस्य शामिल हैं।

गौरतलब है कि सुब्रमण्यम स्वामी कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को तानाशाही कहने पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। गुरुवार को ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि विडंबना है कि कांग्रेस मोदी को हिटलर और भाजपा को तानाशाही कह रही है। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष हिटलर की सेना के एक सैनिक की बेटी हैं और रूस में POW थीं। उनकी मां मुसोलिनी की फासीवादी यूथ विंग में स्वयंसेवक है।

यहां बता दें कि भाजपा नेता कांग्रेस की किस नेता पर निशाना साध रहे हैं, स्थिति स्पष्ट नहीं होती।