भारतीय जनता पार्टी की राजस्थान इकाई के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने राहुल गांधी पर जबरदस्त हमला बोला है। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के बहादुरशाह जफर सिद्ध होंगे, जिन्होंने पार्टी को समाप्त करने का प्रण लिया है। बता दें कि मुगल राजा बहादुर शाह जफर मुगलों के आखिरी राजा थे। वे मुगलों की रियासत को आगे नहीं बढा पाए थे और इनके बाद मुगलों को वंशज खत्म ही हो गया था। यही कारण है कि पूनिया ने राहुल गांधी की तुलना बहादुर शाह जफर से की है।

राहुल होंगे कांग्रेस के अगले बहादुर शाह जफर- पूनियाः मामले में सतीश पूनिया ने रविवार (15 दिसंबर) को कहा, ‘राहुल गांधी इतिहास की ऐसी भूल हैं, जिसने कांग्रेस को समाप्त करने का प्रण लिया है। आज राहुल गांधी उसी दिशा में आगे बढ़ते हुए इस तरह के वक्तव्य दे रहे हैं। ये कांग्रेस के बहादुर शाह जफर सिद्ध होंगे।’ गौरतलब है कि राहुल ने शनिवार (14 दिसंबर) को कांग्रेस की ‘भारत बचाओ रैली’ को संबोधित करते हुए कहा था कि उनका नाम ‘राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी’ है और वह माफी नहीं मांगेंगे।

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राहुल ने खुद का सरनेम सावरकर नहीं गांधी बतायाः बता दें कि राहुल ने ‘रेप इन इंडिया’ वाले बयान के लिए भाजपा की ओर से की जा रही माफी की मांग को खारिज करते हुए उन्होंने अपना सरनेम सावरकर नहीं गांधी बताया था और माफी मांगने से मना कर दिया था। दरअसल, बहादुर शाह जफर या बहादुर शाह द्वितीय आखिरी मुगल बादशाह थे। वह मिर्जा अकबर या अकबर शाह द्वितीय के पुत्र थे। वह अपने पिता की मृत्यु के बाद सितंबर 1837 में मुगल बादशाह बने थे।

राहुल गांधी का नाम स्वतंत्रता सेनानी (सावरकर) से जोड़ने से होगा अपमान- पूनियाः बहादुर शाह जफर के शासनकाल में मुगल साम्राज्य पुरानी दिल्ली तक ही सिमट कर रह गया था। उन्हें 1857 के विद्रोह के बाद अंग्रेजों ने निर्वासित करके बर्मा भेज दिया था। वहीं उनकी मृत्यु भी हुई थी। पूनिया ने यह भी कहा कि वीर सावरकर के नाम के साथ राहुल गांधी का नाम जोड़ने से स्वतंत्रता सेनानी का अपमान होगा।

पूनिया- गांधी टाइटल से कोई महान नहीं होताः पूनिया ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी टाइटल से कोई महान नहीं होता। उन्होंने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि गांधी खानदान महात्मा गांधी के पांव की धूल के कण के बराबर भी नहीं है। उनका मानना है कि वैचारिक रूप से कांग्रेस और गांधी खानदान को जनता ने नकार दिया है।