बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश के चार दिवसीय दौरे पर है। जेपी नड्डा मूलतः हिमाचल प्रदेश से ही आते हैं और इसी वर्ष के अंत में हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। आज जेपी नड्डा के हिमाचल दौरे का आखरी दिन है और आज उन्होंने कई कार्यकर्ताओं के घरों का दौरा किया और उनके घर पर पोस्टर लगाए। इस दौरान जेपी नड्डा भावुक भी हो गए।
जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से आते हैं और आज वह अपने गृह जिले के दौरे पर थे। इस दौरान जेपी नड्डा भटेड पंचायत के देलग गांव में चरणजीत सिंह के घर पहुंचे। चरणजीत सिंह भटेड से बीजेपी के बूथ अध्यक्ष हैं और जेपी नड्डा ने इनके घर पहुंचकर बूथ अध्यक्ष के नाम की प्लेट अपने हाथों से लगाई।
जेपी नड्डा ने नेम प्लेट लगाते हुए फोटो भी शेयर की और ट्वीट कर लिखा कि, “19 करोड़ से अधिक सदस्य यूँ ही नहीं हुए। आज मैंने उस वक़्त खुद को गौरवान्वित महसूस किया जब एक कार्यकर्ता के घर उसकी नेम प्लेट लगायी। आज मैं जहां हूं उसकी शुरुआत यहीं से हुई थी, ‘एक कार्यकर्ता’ से। भाजपा मात्र राजनीतिक दल नहीं है, ये परिवार है राष्ट्र सेवकों का जहां सब बराबर हैं।”
62 वर्षीय जेपी नड्डा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक कार्यकर्ता के तौर पर की थी। 1978 में जेपी नड्डा ने एबीवीपी की सदस्यता ली थी। जेपी नड्डा 1991 से लेकर 1994 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी भी रह चुके हैं और हिमाचल प्रदेश में बीजेपी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं। नड्डा 1993 में बिलासपुर सीट से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे थे और उसके बाद 1998 में फिर से जीत दर्ज की थी और बीजेपी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने थे।
2010 में जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश की बीजेपी सरकार से इस्तीफा दे दिया था और फिर वह बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी की टीम में शामिल हो गए थे और दिल्ली आ गए थे। नितिन गडकरी ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया था। 2014 में मोदी मंत्रिमंडल में जेपी नड्डा को जगह मिली और उन्हें बाद में स्वास्थ्य मंत्री भी बनाया गया। 2019 में जब तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह केंद्र में गृह मंत्री बने, उसके बाद जनवरी 2020 में जेपी नड्डा को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया।