बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने स्वीकार किया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ उनके रिश्ते ठीक नहीं हैं। ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव’ में शाह से जब पूछा गया कि क्या सोनिया-राहुल के साथ उनके रिश्ते खराब हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘ये ठीक है कि रिश्ते ठीक नहीं हैं।’ बीजेपी अध्यक्ष से पत्रकार ने एक घटना का जिक्र किया, लेकिन शाह बीच में ही बोल पड़े, ‘ये सब बातें गॉसिप करने की नहीं हैं, रिश्ते ठीक नहीं हैं। मेरी ओर से ठीक नहीं हैं, उनकी तरफ से हो सकता है ठीक हों।’ (असदुद्दीन ओवैसी के बारे में क्या बोले अमित शाह, यहां पढ़ें)
कार्यक्रम के दौरान सवालों में जब-जब सोनिया या राहुल का जिक्र आया, अमित शाह ने तब-तब उन पर तंज कसा। बीजेपी अध्यक्ष से बिहार की हार के बारे में सवाल पूछा गया कि वहां कि जनता ने तो आपको बाहरी बता दिया। इस पर अमित शाह ने कहा, ‘अरे भइया उन्होंने हमें नहीं कहा था, उन्होंने राहुल गांधी को कहा होगा, मैं इसी देश का हूं।’ इस जवाब पर कार्यक्रम में मौजूद सभी दर्शक खूब हंसे। इसके बाद सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ लगाए गए आरोपों का जिक्र आया तो अमित शाह ने यह कहकर कांग्रेस का मजाक उड़ा दिया कि बीजेपी में सभी को सोचने की आजादी है। अगर स्वामी कुछ कह रहे हैं तो यह उनके निजी विचार हो सकते हैं। यदि पार्टी को किसी मामले में पुख्ता सबूत मिलेंगे तो फिर वह अपना स्टैंड लेगी।
‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के बीजेपी के नारे के बारे में पूछे जाने पर भी अमित शाह ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया, बिहार में हमारी उससे ज्यादा सीटें हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस हार ही चुकी है। छत्तीसगढ़ में भी वह चुनाव हारी। अमित शाह ने कहा, ‘आप चिंता मत करो कांग्रेस मुक्त भारत का अभियान अच्छे से चल रहा है।’
जेएनयू में अफजल गुरु के समर्थन में हुए कार्यक्रम पर विवाद के बाद राहुल गांधी के जाने को लेकर टिप्पणी पर भी अमित शाह ने सफाई दी। उन्होंने कहा, ‘मैंने उनके जेएनयू जाने को गलत नहीं कहा बल्कि उनका यह कहना कि ‘छात्रों की आवाज दबाई जा रही है और वह उनका समर्थन करते हैं’, इसका विरोध किया। अमित शाह ने पूछा कि राहुल गांधी क्या कहना चाह रहे थे कि देशविरोधी नारे लगते रहें, वह समर्थन दे रहे हैं।