BJP MP Pragya Thakur: भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बुधवार (27 नवंबर) को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का हवाला ‘देशभक्त’ के तौर पर कथित रूप से दिया जिसको लेकर कांग्रेस सदस्यों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया। सदन में जब द्रमुक सदस्य ए राजा ने चर्चा में भाग लेते हुए नकारात्मक मानसिकता को लेकर गोडसे का उदाहरण दिया तो प्रज्ञा अपने स्थान पर खड़ी हो गईं और कहा कि ‘देशभक्तों का उदाहरण मत दीजिए’। हालांकि जब प्रज्ञा सिंह से मीडिया ने इस मुद्दे पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि आप पहले पूरा भाषण सुनिए।

कांग्रेस जताई आपत्ति: प्रज्ञा ठाकुर के इस बर्ताव के बाद कांग्रेस के कई सदस्यों ने आपत्ति जताई और यह आरोप लगाते हुए सुने गए कि उन्हें (प्रज्ञा) को प्रधानमंत्री का संरक्षण मिला हुआ है। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी भोपाल से भाजपा सदस्य प्रज्ञा को बैठने का इशारा करते नजर आए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस सदस्यों से बैठने की अपील करते हुए कहा कि सिर्फ ए राजा की बात रिकॉर्ड में जा रही है। गौरतलब है कि प्रज्ञा सिंह पहले भी गोडसे को ‘देशभक्त’ बता चुकी हैं जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया था।

प्रज्ञा ठाकुर का बयान: सदन में बीजेपी सांसद ने 1984 के भोपाल गैस कांड का उदाहरण देते हुए कहा कि एंडरसन (तत्कालीन यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष-सीईओ) आतंकवादी के रूप में सामने आए। एक विदेशी यहां आता है, हजारों को मारता है। कई ऐसे हैं जो अभी भी पीड़ित हैं। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उसे भागने में मदद की। यह आतंकवाद है।

कांग्रेस पर कसा तंज: प्रज्ञा सिंह ने कहा कि वे (कांग्रेस) कहते हैं कि मैं एक आतंकवादी हूं लेकिन वे ही हैं जिन्होंने एक आतंकवादी को संरक्षण दिया है। 34 वर्ष के बाद भी जीवन प्रभावित रहता है। लोग अभी भी काम करने की हालत में नहीं हैं। कई मजदूरों ने एमआरएस की मांग की है, जहां वे चिकित्सा आधार पर सेवानिवृत्त हो सकते हैं।