प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर केवडिया में जंगल सफारी का दौरा किया। उन्होंने इस दौरान कुछ पक्षियों को पुचकारा। मोदी ने अलग-अलग किस्म के तोतों को हाथ पर बिठा कुछ देर निहारा। फिर उन्हें खाने के लिए दाना दिया। पीएम के ट्विटर हैंडल से जब मामले से जुड़ी तस्वीरें पोस्ट की गईं, तब उनके फैंस, फॉलोअर्स ने भी इस पर राय दी। कई लोगों ने उनके प्रकृति प्रेम को सराहा तो कुछ ने उन्हें ट्रोल करने की कोशिश की। ऐसे यूजर्स ने कड़ी टिप्पणी की और कहा कि देश बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी और लाचारी सरीखी चुनौतियों से मर रहा है और पीएम फोटोशूट कराने में व्यस्त हैं।
@nishant04483883 के हैंडल से कहा गया, “इन मूर्ख के पास अर्थव्यवस्था, कोरोना और चीन से जुड़ी बड़ी समस्याओं को लेकर कोई जवाब नहीं है। ऐसे में वह अभी ऐसी बेवजह की चीजें कर रहे हैं।”
@JaiHind39134143 अकाउंट से लिखा गया, “देश कोरोना, बेरोजगारी, भूखमरी, गरीबी, लाचारी से मर रहा है। खुद को झूठा प्रधान सेवक कहने वाले फोटोशूट और मजे लेने में व्यक्त हैं। क्या 18 घंटे काम है? नहीं चाहिए ऐसे प्रधानमंत्री, जो खुद की मौज मस्ती में व्यस्त रहें। कभी बेरोजगारी, गरीबी पर बात नहीं होती अब।”
— Shabahath Ali Sufi (@AliTheOrator) October 30, 2020
@Shanaya93366662 ने लिखा, “मोदी जी को तीन ही प्रकार के लोग हरा सकते है. पहले- लालची हिंदू। दूसरे- आलसी हिंदू। तीसरे- दोगले हिंदू।”
Pirate of Indian, some times a tourist guide pic.twitter.com/0SHDw5bGFl
— Andy (@Andy_uk21) October 30, 2020
Sir.. What are you talking to this bird? pic.twitter.com/fk7zahwVDi
— Komal bohra (@itskomalbohra) October 30, 2020
@ProudSecular ने कहा, “जंगल में पक्षी विहार…चिड़िया देखने वालों को यह प्रसन्न करेगा? बर्ड वॉचर्स पक्षियों को प्राकृतिक वातावरण में देखना पसंद करते हैं, न कि कृत्रिम पक्षी विहार में। ड्रामाबाजी बंद करें।” @SanjayC27866606 ने पूछा- आप (मोदी) मुंगेर पर भी बोलिए।
दरअसल, पीएम ने गुजरात के नर्मदा जिले के केवडिया में ‘‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’’ के नजदीक नवनिर्मित आरोग्य वन, एकता मॉल और बच्चों के लिए पोषक पार्क का उद्घाटन किया। इस आरोगय वन में 15 एकड़ में औषधीय गुणों से युक्त पौधे हैं। इसमें 380 प्रजाति के पांच लाख पेड़ हैं। योग व आयुर्वेद को ध्यान में रखते हुए इसका विकास किया गया।
उन्होंने राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के साथ इसका अवलोकन भी किया। प्रधानमंत्री ने एकता मॉल का भी उद्घाटन किया। इस मॉल में भारत की मौजूदा हस्तकलाओं और पारंपरिक उत्पादों का प्रदर्शन किया गया है। यहां पर पूरे देश से आए उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं। यह मॉल 35 हजार वर्गफुट में फैला हुआ है। मॉल में 20 एम्पोरियम हैं, जो प्रत्येक राज्य का प्रतिनिधत्व करते हैं। एकता मॉल को केवल 110 दिनों में निर्मित किया गया है।

