नोट बंदी के बाद से लोगों को हो रही परेशानी के बीच बीजेपी नेता का बेहद असंवेदनशील बयान सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नोट बंदी के कारण अब तक करीब 16 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे में जब बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे इस विषय में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कई बार लोग राशन की लाइन में इंतजार करते करते मर जाते हैं।

हालांकि बीजेपी नेता ने साथ में जोड़ दिया कि वो लोग द्वारा झेली जा रही दिक्कतों को लेकर वो असंवेदशील नहीं है। पिछले हफ्ते लोगों को चौंकाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपए के नेट के चलन पर रोक लगा दी। भारत में कुछ चलन में सभी नोटों का 86% 500 और 1000 रुपए का नोट है। नोट बदलने के लिए तभी से बैंकों के सामने लंबी लंबी कतारे खड़ी है। लोग घंटों बैंकों के सामने खड़े है उसके बाद भी कई बार लोगों के नोट नहीं बदले जा रहे हैं। सहस्त्रबुद्धे ने पीएम के फैसले को सत्याग्रह से जोड़ते हुए कहा कि काला धन को जब्त करने के लिए सरकार के इस फैसले से लोगों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

ऐसा नहीं है कि लाइन में लगे लोग ही नोट बंदी के फैसले से दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। न्‍यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भोपाल के एक बैंक में काम कर रहे कर्मचारी की तबियत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे अस्‍पताल ले जाया गया। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अन्‍य जानकारी की प्रतीक्षा है। शनिवार को मध्‍य प्रदेश के ही सागर जिले में बैंक के बाहर लाइन में लगे 70 वर्षीय बुजुर्ग चक्‍कर खाकर गिर पड़े थे। विनोद पांडेय नाम के बुजुर्ग को गभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्‍टरों ने मृत घोषित कर दिया। हालांकि लोगों की समस्या को देखते हुए सरकार ने एटीएम से पैसे निकालने का लीमिट 2 हजार से बढ़ाकर ढाई हजार कर दी है। इसके साथ ही बैंक से पैसे बदलने की लीमिट को  4000 से बढ़ाकर 4500 रुपए प्रतिदिन कर दी गई है। वहीं अब अब लोग अपने अकाउंट से सप्ताह में 20000 की जगह 24000 रुपए निकाल पाएंगे।

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