भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। पूर्व राष्ट्रपति को ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ लागू करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए एक समिति का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जेपी नड्डा ने आज सुबह दिल्ली में रामनाथ कोविंद के आवास पर उनसे मुलाकात की।

पूर्व राष्ट्रपति इस बात की संभावनाएं तलाशेंगे कि कैसे देश में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं। साल 2014 में सत्ता में आने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने के समर्थक रहे हैं। रामनाथ कोविंद ने भी 2017 में राष्ट्रपति बनने के बाद इस पर अपना समर्थन जताया था।

रामनाथ कोविंद ने भी किया था एक देश, एक चुनाव का समर्थन

संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने 2018 में कहा था, “बार-बार चुनाव होने से न केवल मानव संसाधनों पर भारी बोझ पड़ता है, बल्कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण विकास प्रक्रिया भी बाधित होती है।” उन्होंने इस पर बहस का आह्वान करते हुए उम्मीद जताई थी कि सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे पर आम सहमति पर पहुंचेंगे।

वहीं, एक राष्ट्र, एक चुनाव पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “एक राष्ट्र, एक चुनाव का मैं स्वागत करता हूं। इससे हर चुनाव में जो पैसे खर्च होते हैं उसमें काफी बचत होगी और यह पैसे लोगों की योजनाओं में काम आ सकते हैं।” वहीं, भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा, “विशेष सत्र पर प्रह्लाद जोशी ने जो ट्वीट किया था उसमें बस यही था कि अमृत काल में 5 दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है। उन्होंने एजेंडा के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं किया है। मुझे लगता है कि कयास लगाने की ज़रूरत नहीं है, इंतज़ार करना चाहिए। अभी तो बस कमेटी बनी है, बिना रिपोर्ट आए बिल आने की कोई संभावना नहीं है।”

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ कमेटी के अध्यक्ष

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर बनी कमेटी का अध्यक्ष बनाए जाने पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया नियमों और परंपराओ से चलती है, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा कर चुके राष्ट्रपति सरकार के प्रति जवाबदेह हो या सरकार द्वारा गठित किसी कमेटी के अध्यक्ष बने हो ऐसा मुझे याद नहीं आता है। आखिर क्यों?

‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को लागू किया जाना चाहिए- चिराग पासवान

वन नेशन वन इलेक्शन पर शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ” इस मुद्दे पर एक कमेटी बनी है, मैं पूछती हूं कि कमेटी महिलाओं की सुरक्षा, किसानों के अधिकारों, महिला आरक्षण, बेरोजगारी पर कब बनेगी? 3 कमेटी रिपोर्ट पहले ही आ चुकी हैं और वे कमेटी रिपोर्ट कहती हैं कि 5 संशोधन करने पड़ेंगे।”

वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा, “मौजूदा प्रधानमंत्री ने इसे गंभीरता से लिया है। अगर इसे लाया जाता है तो लोक जन शक्ति पार्टी रामविलास इसका समर्थन करेगी। हम चाहते हैं कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को लागू किया जाना चाहिए, इसमें कुछ कमियां हैं, कुछ बाधाएं भी होंगी जिसपर चर्चा करने की जरूरत है।