पीएम मोदी के बंगाल दौरे के बाद पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अल्पन बंदोपाध्याय के दिल्ली ट्रांसफर पर अब झारखंड में सियासी घमासान मच गया है। गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्रांसफर ऑर्डर को ट्वीट करते हुए झारखंड के अधिकारियों को चेतावनी दे दी है। उधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दूबे की धमकी पर तीखा एतराज जताया है। पीएम और गृह मंत्री से मामले में दखल देने की मांग भी हेमंत सोरेन की पार्टी की तरफ से की गई है।
निशिकांत दुबे ने अपने संदेश में लिखा- सीएम हेमंत सोरेन के इशारे पर नाचने वाले अधिकारियों अलटा जी, पलटा जी, भजन जी, अच्छा जी, कच्चा जी, ईजी, ऊची सबके लिए सबक। कानून के अनुसार चलिए, कानून सम्मत काम करिए नहीं तो दिल्ली पोस्टिंग का इंतजार करिए। दूबे ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इशारे पर नाचने वाले अधिकारियों अलटा जी, पलटा जी, भजन जी, अच्छा जी, कच्चा जी, ईजी, ऊची सबके लिए सबक। कानून के अनुसार चलिए। कानून सम्मत काम करिए नहीं तो दिल्ली पोस्टिंग का इंतजार करिए।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इशारे पर नाचने वाले अधिकारियों अलटा जी,पलटा जी,भजन जी,अच्छा जी,कच्चा जी,ईजी,ऊची सबके लिए सबक़ ।क़ानून के अनुसार चलिए,क़ानून सम्मत काम करिए नहीं तो दिल्ली पोस्टिंग का इंतज़ार करिए @JharkhandPolice https://t.co/XQGMXVpFC9
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 28, 2021
मधुपुर उपचुनाव के बाद से फर्ज़ी डिग्रीधारी महान ठग को बाबा भोलेनाथ का क्रोध झेलने का भय दिख रहा है। प्रचंड अहंकारी @nishikant_dubey जी में अनायास गोड्डा सीट बचाने को लेकर अजीब सा कौतूहल दिख रहा है।
महाशय,जनता से आपका डर वाजिब है।आपकी यह हताशा आपका भागलपुर का मार्ग प्रशस्त करेगी। https://t.co/1XM8e5uwmf— Jharkhand Mahila Morcha (@Jmm_Mahila) May 29, 2021
निशिकांत दुबे के पोस्ट का जवाब सोशल मीडिया पर ही झारखंड मुक्ति मोर्चा की महिला मोर्चा ने दिया है। उनके पोस्ट को रीट्विट करते हुए लिखा है कि मधुपुर उप चुनाव के बाद से फर्जी डिग्रीधारी महान ठग को बाबा भोलेनाथ का क्रोध झेलने का भय दिख रहा है। प्रचंड अहंकारी जी में अनायास गोड्डा सीट बचाने को लेकर अजीब सा कौतूहल दिख रहा है। महाशय, जनता से आपका डर वाजिब है। आपकी यह हताशा आपका भागलपुर का मार्ग प्रशस्त करेगी।
उधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने गोड्डा के सांसद डा. निशिकांत दुबे को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि सांसद सीधे तौर पर राज्य के अफसरों को धमकी दे रहे हैं। यह देश की संघीय और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए घातक है। वो भ्रष्टाचार के एक मामले में जांच कर रही सीआईडी के एडीजी का नाम लेकर अमर्यादित भाषा में धमकियां दे रहे हैं।
गौरतलब है कि दो दिन पहले 2016 के राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग मामले में पीसी एक्ट के तहत मामला चलाये जाने पर पूर्व सीएम रघुवर दास ने भी अधिकारियों को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि मामले को जीवित रखने के लिए सरकार के इशारे पर कुछ काबिल अधिकारियों ने इसमें नई धाराएं जोड़ने का प्रयास शुरू किया है। लेकिन किसी को यह भूलना नहीं चाहिए कि यहां कुछ भी शाश्वत नहीं है। जो अधिकारी यह सोच रहे हैं कि अभी गंदगी फैला लेंगे और रिटायरमेंट के बाद आराम की जिंदगी बसर करेंगे तो यह उनकी भूल है। सभी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। गलत करके बचने की उम्मीद छोड़ दें।